सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: 6 अप्रैल को मुरैना लोकसभा सीट से कांग्रेस ने पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार (नीटू) को उम्मीदवार घोषित किया। इसके बाद विजयपुर से 6 बार के विधायक रामनिवास रावत नाराज हो गए। चर्चा रही कि 25 अप्रैल को मुरैना में पीएम नरेन्द्र मोदी की सभा के दौरान वे बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इन खबरों के बाद कांग्रेस एक्टिव हुई और रामनिवास को मनाने की कोशिशें शुरू हो गईं। सूत्र बताते हैं कि राहुल गांधी से फोन पर चर्चा के बाद रामनिवास रावत मान गए हैं। वे कांग्रेस के प्रचार में भी लग गए हैं। इधर, पीएम की मुरैना में सभा होने के बाद कांग्रेस ने भी राहत की सांस ली है।

राहुल गांधी से मुलाकात का समय मांगा

कांग्रेस सूत्रों की मानें तो एमपी कांग्रेस के नेताओं ने रामनिवास रावत की राहुल गांधी से पर्सनल मीटिंग के लिए समय मांगा है। इसी हफ्ते रामनिवास रावत की राहुल गांधी के साथ मीटिंग होगी। इसके बाद रामनिवास रावत की आगामी भूमिका को लेकर भी चर्चा होगी।

ग्वालियर-चंबल की चारों सीटों पर असर

रामनिवास रावत की नाराजगी की खबर के बाद कांग्रेस को ग्वालियर-चंबल की चारों लोकसभा सीटों पर नुकसान होने का डर सता रहा था। मुरैना लोकसभा सीट की बात करें, तो सबलगढ़, विजयपुर, श्योपुर विधानसभाओं में रावत मतदाता निर्णायक हैं। वहीं ग्वालियर, भिंड और गुना-शिवपुरी लोकसभा में भी रावत वोटर प्रभावी हैं। ऐसे में रामनिवास की नाराजगी पर कांग्रेस ने जल्दी डैमेज कंट्रोल कर लिया।

दिग्विजय ने संभाला मोर्चा

रामनिवास रावत की नाराजगी की खबरों के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह एक्टिव हुए। उन्होंने रामनिवास से संपर्क किया। दिग्विजय के बुलावे पर रामनिवास राजगढ़ पहुंचे। दिग्विजय सिंह के साथ प्रचार भी किया। राजगढ़ लोकसभा सीट पर भी रावत वोटर काफी संख्या में हैं।