आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/ आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एनआईटीटीटीआर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती सुषमा सिंह  आईपीएस एडीजी विजिलेंस थी इस अवसर पर उन्होंने महिला सशक्तिकरण विषय पर बोलते हुए कहा की भारत में  महिलाएं   प्राचीन काल से ही सशक्त रही हैं १२ वी  सदी के बाद कुछ कुरुतियां आयी थी उस समय भी सशक्त महिलाओं के उदहारण मिलते है।  आज भारतीय संबिधान ने  महिलाओं को विशेष अधिकार दिए हैं। महिलाओं के सतत विकास के लिए कार्ययोजना बनी हैं। बदलाव आ रहा हे पर यह बदलाव धीमा हे। सिर्फ महिला  दिवस पर ही नहीं वर्ष भर महिलाओं को अपने आप को सशक्त मानना चाहिए।

निटर  भोपाल के निदेशक  डॉ सीसी त्रिपाठी ने अपने सन्देश में कहा की महिलाये समाज की वास्तविक वास्तुकार होती हैं। महिला के बिना पुरुष का अस्तित्व नहीं हे। जन्म लेने के बाद सबसे पहले हम सभी का साक्षात्कार माँ के रूप में एक महिला से ही होता हे। कार्यक्रम की अध्यक्षता  श्रीमती रचना शर्मा  ने की उन्होंने कहा की परिवार निर्माण एवं अगली पीढ़ी की  दशा एवं दिशा माँ के रूप में महिला ही निर्धारित करती है।   इस अवसर पर श्रीमती वंदना त्रिपाठी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थीं उन्होंने स्वरचित कविता पाठ किया एवं कहा की  नारी को देवता के तुल्य मानना हमारी संस्कृति रही है। महिलाओं ने आज हर क्षेत्र में प्रगति कर अपना विषेष स्थान अर्जित किया है। कार्यक्रम को श्रीमती सुसन मैथ्यू ,प्रो. चंचल मेहरा,डॉ राजेश्वरी शिवगुण्ड़े ,प्रो अस्मिता खजांची ने  भी सम्बोधित किया।  इस अवसर पर कई प्रतियोगताओं के विजेताओं को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर निटर परिवार के सदस्य उपस्थित थे।