सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: केरल के अलप्पुझा जिले में दो जगह जानलेवा बर्ड फ्लू के फैलने की खबर हड़कंप मच गया है। यहां एडथवा ग्राम पंचायत के वार्ड एक और चेरूथाना ग्राम पंचायत के वार्ड 3 में बत्तखों में इस वायरस की पुष्टि हुई है।

एडथवा मे 12 अप्रैल से अब तक 3 हजार तो चेरूथाना में 250 पक्षी मारे चुके हैं। मरे हुए पक्षियों के सैंपल जब भोपाल स्थित लैब भेजे गए, तब इनमें एवियन इन्फ्लूएंजा (एच5एन1) यानी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। अब यहां 21 हजार पक्षियों को मारा जाएगा।

मरे हुए पक्षियों के सैंपल भोपाल लैब् भेजे गए, जहां वायरस की पुष्टि हुई।

3 किसानों की बत्तखों में हफ्ते भर पहले दिखे थे लक्षण

रिपोर्ट्स के मुताबिक एडथुआ में अब्राहम ओसेफ की 7500 बत्तखों, और चेरुथाना में रघुनाथन चिरयिल की 2000 और देवराजन टीकी 15000 बत्तखों में हफ्ते भर पहले से वायरस के लक्षण दिखाई दे रहे थे। रिपोर्ट आने के बाद जिला कलेक्टर एलेक्स वर्गीस ने 25 अप्रैल तक बत्तख, चिकन, बटेर और अन्य घरेलू पक्षियों के मांस, अंडे और अपशिष्ट (खाद) की आवाजाही, बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।

एक किमी के दायरे में मारी जाएंगी बत्तखें

बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद जिला कलेक्टर ने मीटिंग की, जिसमें फैसला लिया गया कि भूकंप के केंद्र से एक किलोमीटर के दायरे में संक्रमित पक्षियों को मारने और नष्ट किया जाएगा। इसके लिए एक रैपिड एक्शन फोर्स बनाई गई है। इसकी 8 टीमें दोनों जगहों पर बत्तखों को मारने और उन्हें नष्ट करने का काम करेंगी।

जिला प्रशासन ने कहा है कि बर्ड फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस बीमारी के इंसानों में फैलने की कोई संभावना नहीं है। हालांकि, प्रशासन ने लोगों से सावधानी बनाए रखने कहा है।