सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय में नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय की कार्य प्रणाली से परिचय कराने के लिए मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा दीक्षारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के 11 क्षेत्रीय केंद्र और लगभग 600 से अधिक अध्ययन केंद्र सम्मिलित हुए। दीक्षारंभ कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.सुशील मंडेरिया ने बताया कि, हमारे विश्वविद्यालय में 11 क्षेत्रीय केंद्र और लगभग 612 अध्ययन केंद्र संचालित है। जो कि दूरस्थ और मुक्त शिक्षा के माध्यम से प्रदेश भर में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। हमारे विश्वविद्यालय को नेक से “ए” ग्रेड प्राप्त है और हमारे विश्वविद्यालय द्वारा संचालित पाठ्यक्रम यूजीसी, एआईसीटीई, एनसीटीई, आरसीआई तथा स्किल काउंसिल आफ इंडिया से मान्यता प्राप्त है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि, नव प्रवेशित विद्यार्थी इन पाठ्यक्रमों का लाभ उठाएंगे और इससे उनके भविष्य निर्माण में सहायता भी मिलेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो संजय तिवारी ने कहा कि, हमारा विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को ज्ञान के साथ-साथ मूल्य और आध्यात्मिकता की शिक्षा भी देता है। विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की विशेषताओं से परिचय कराया। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि, मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय से आप जो भी पाठ्यक्रम दूरस्थ और मुक्त शिक्षा के माध्यम से करेंगे वह नियमित विश्वविद्यालय के समक्ष होगा उन्होंने कहा कि, हमारा विश्वविद्यालय उन सभी लोगों के लिए है जो किसी न किसी वजह से अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पा रहे हैं या किसी रोजगार/ नौकरी या व्यवसाय में संलग्न है।
वे लोग जो अपनी कुशलता को और बढ़ाना चाहते हैं, वह विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि, आप एक साथ दो पाठ्यक्रम में प्रवेश भी ले सकते हैं। इस संबंध में कोई कानूनी बाध्यता नहीं है। भोज विश्वविद्यालय में मल्टी एंट्री और मल्टी एग्जिट की सुविधा प्रदान की गई है। हमारे स्व अधिगम सामग्री इलेक्ट्रॉनिक फॉरमैट में उपलब्ध है। डिजिलॉकर में अंकसूचियां अपलोड की जाती हैं तथा हमारे ऑडियो और वीडियो यूट्यूब के माध्यम से विद्यार्थियों को उपलब्ध कराए जाते हैं। उन्होंने कहा कि, स्वयंप्रभा चैनल की सुविधा मुख्यालय के साथ-साथ अब क्षेत्रीय केंद्रों पर भी उपलब्ध कराई जाएगी। डॉ. संजय तिवारी ने कहा कि, विद्यार्थियों में उद्यमिता विकास को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय में इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई है। तिवारी ने यह भी बताया कि, किस प्रकार विश्वविद्यालय शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। दीक्षारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईटी विभाग के निदेशक सुशील कुमार दुबे ने विद्यार्थियों को परीक्षा प्रक्रिया तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को विषय चयन प्रक्रिया को समझाया। क्रेडिट सिस्टम की चर्चा करते हुए क्रेडिट वितरण प्रणाली को समझाया और सैद्धांतिक तथा प्रायोगिक विषयों के मूल्यांकन पद्धतियों की भी प्रकिय्रा से अवगत कराया। उन्होंने विद्यार्थियों को परीक्षा फॉर्म भरना, ABC आईडी बनाना है तथा उन्होंने डिजिटल लॉकर आईडी बनाने के महत्व को भी रेखांकित किया।