आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एनआईटीटीटीआर एप्लाइड साइंस बिभाग देश क़े  प्रमुख प्राचीन एवं आधुनिक  भारतीय वैज्ञानिकों एवं गणितज्ञों क़े जीवन एवं उनके द्वारा की गयी महवपूर्ण अनुसन्धान कार्य को संकलित करेगा।  निदेशक प्रो. सी. सी. त्रिपाठी क़े अनुसार भारतीय  प्राचीन वैज्ञानिकों एवं उनके अनुसन्धान कार्य जो आधुनिक युग  की खोजों का आधार बने के बारे मे आज भी हम   बहुत कम जानते है। निटर परिसर में शीघ्र ही देश क़े इन सभी वैज्ञानिकों क़े अतुल्य योगदान को सहेजा जायेगा जिससे देश भर से आने वाले शिक्षकों एवं विद्यार्थियों तक समृद्ध भारतीय ज्ञान परंपरा पहुँच सके । आज जब हम इन सभी क़े बारे पढ़ते  हैं तो हम स्वयं अपने इतिहास पर गौरवान्वित एवं आश्चर्यचकित भी होते हैं। एप्लाइड साइंस बिभाग क़े हेड प्रो पी क़े पुरोहित  क़े अनुसार इन  वैज्ञानिकों क़े अनुसन्धान  एवं जीवन दर्शन पर एक स्थायी  दीर्घा का निर्माण किया जा रहा हे उनमे प्रमुखतः भास्कराचार्य,  आर्यभट्ट,    श्रीनिवास रामानुजन, बौधायन,     वराहमिहिर,श्रीधराचार्य, महर्षि नागार्जुन,     आचार्य सुश्रुत,महर्षि कणाद,ऋषि पतंजलि,ऋषि ब्रह्मगुप्त,डॉ शांति स्वरुप भटनागर,महर्षि चरक,महर्षि वाग्भट,महावीराचार्य,    आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय,सर सी.वी. रमन,   जगदीश चन्द्र बोस ,  होमी जहांगीर भाभा, होमी नौशेरवानजी सेठना,    डॉ॰ विक्रम साराभाई सहित भारत की प्रमुख  महिला वैज्ञानिक, जो अपनी सफलता से सबकी प्रेरणा बनी जिनमे दर्शन रंगनाथन,आसिमा चटर्जी,     डॉक्टर कादम्बिनी गांगुली,जानकी अम्माल,अन्ना मणि, बिभा चौधरी आदि शामिल हैं