सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में ग्रुप सुसाइड वाली चिठ्ठी के बाद अब यहां पर कई तरह के बदलाव देखे जा रहे हैं। यहां पर जहां एक तरफ कई तरह के नए ड्यूटी रोस्टर्स बनाए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ पुराने ड्यूटी रोस्टर्स में भी तब्दीलियां की जा रहीं हैं। दूसरी तरफ अभी तक उन डॉक्टर्स का भी पता नहीं चल सका है जिन्होंने वह चिठ्ठी लिखी थी। इसको लेकर एक तरफ फाइमा तो दूसरी तरफ जूडा भी प्रयास कर रहा है कि जिन्होंने चिठ्ठी लिखी थी वह सामने आएं और अपनी परेशानियों को बताएं।

जूडा प्रेसिडेंट संकेत सीते ने बताया कि हमारे लिए वे लेटर काफी चौंकाने वाले थे। हमने अपने एचओडी और हायर अथॉरिटी को डिपार्टमेंट के एचओडी से मीटिंग की, और अभी भी मीटिंग्स का दौर चलागार चल रहा है। इसमें हम यह तय कर रहे हैं कि आगे क्या करना है।

हर डिपार्टमेंट के एचओडी जूडा से बात कर रहे हैं, उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं। ताकि वर्किंग कंडीशन में आगे की तब्दीलियां कर सकें। ड्यूटी रोस्टर्स में भी कई तरह की तब्दीलियां की जा रहीं हैं। वहीं मैं यह कहना चाहूंगा कि अगर कोई भी हमसे बात करना चाहता है तो वह सीधे कर सकता है।

पांच डॉक्टर्स की समिति गठित

इस चिकित्सा महाविद्यालय में अध्ययनरत समस्त पीजी छात्र/ छात्राओं की रेगुलर एक्टिविटीज की मॉनीटरिंग के लिए अधिकारियों की समिति गठित की गई है। इसमें अध्यक्ष एवं इन्चार्ज डॉ. दीप्ति चौरसिया रहेंगे, डॉ. महिम कोसरिया, डॉक्टर नितिन नाहर, डॉ. रूचि सोनी और डिप्टी रजिस्ट्रार अमृता पटेरिया शामिल हैं।

इस बात का ध्यान रखेगी समिति

सभी विभागों में मेंटर प्रोग्राम मापदंडानुसार संचालित किया जा रहा है अथवा नहीं ।

सभी विभागों में रोस्टर बनाया गया है अथवा नहीं।

सभी छात्र/छात्राओं को साप्ताहिक छुट्‌टी प्रदान किया जा रहा है अथवा नहीं, एवं जो रोस्टर बनाया गया है उसका पालन किया जा रहा है अथवा नहीं।

सभी विभागों में शिकायत एवं Complaint Box स्थापित किया गया है अथवा नहीं एवं जो शिकायते विभागों को प्राप्त हो रही है उनकी निराकरण किया जा रहा है अथवा नहीं ।

सभी विभागों में Extra curricular activities का Monthly plan बनाया जा रहा है

अथवा नहीं

Monthly plan का Implementation हो रहा है अथवा नही ।

सभी विभागों में Grievance Cell की स्थापना की गई है अथवा नहीं एवं विभाग द्वारा प्रतिमाह इससे संबंधित समुचित कार्यवाही की जा रही है अथवा नहीं।

सभी विभागों द्वारा Feedback Form बनाया गया है अथवा नहीं एवं Feedback लेने के पश्चात उससे संबंधित कार्यवाही की गई है अथवा नहीं।

सभी विभागों में पीजी छात्र/छात्राओं के लिए स्वस्थ्य वातावरण के लिए मानसिक रोग विभाग से सांमजस्य स्थापित कर Motivational Lecture आयोजित किए जा रहे हैं या नहीं।

15 अप्रैल को लिखी थी चिठ्ठी

भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के माहौल को लेकर 15 अप्रैल को एक चिट्‌ठी सामने आई है। इसमें मेडिकल कॉलेज के माहौल को टॉक्सिक बताते हुए 31 मई 2024 को ग्रुप सुसाइड की बात कही गई है। चिट्‌ठी में एड्रेस की जगह ‘द 5 रेजिडेंस ऑफ टॉक्सिसिटी हब,’ गांधी मेडिकल कॉलेज, हमीदिया हॉस्पिटल लिखा है। चिट्‌ठी फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA ) नई दिल्ली के अध्यक्ष को संबोधित करते हुए लिखी है। हालांकि, इसमें किसी भी रेजिडेंस डॉक्टर के नाम का जिक्र नहीं है।