सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह ने एक बार फिर भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के विरुद्ध मोर्चा खोला है और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र लिखकर उनके विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है। सिंह ने कहा है कि यूपी के व्यापारी द्वारा भिंड जिले की मछंड सहकारी संस्था में तुलाई के लिए लाई गई 250 बोरी सरसों तहसीलदार मिहोना द्वारा जब्त की गई और कलेक्टर ने इसे अवैध रूप से छोड़ दिया है। इसकी जांच कराकर व्यापारियों से मिलीभगत के मामले में कलेक्टर पर एक्शन होना चाहिए।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष सिंह ने सीएम यादव को लिखे पत्र में कहा है कि 12 फरवरी को सीएम को और 29 मार्च को मुख्य सचिव को भी पत्र लिखा था। इसमें कलेक्टर भिंड द्वारा ब्लैकलिस्टेड सहकारी संस्थाओं को समर्थन मूल्य पर सरसों, गेहूं खरीदी केंद्र बनाने के संबंध में जानकारी दी गई थी। इस पर शासन ने कोई कार्यवाही नहीं की और कलेक्टर भिंड ने ऐसी सहकारी संस्थाओं और निजी गोदामों को गेहूं और सरसों के लिए समर्थन मूल्य पर खरीदी केंद्र बनाया जो ब्लैक लिस्टेड थे। सिंह ने यह आरोप भी लगाया है कि जिन सहकारी संस्थाओं के खुद के गोदाम थे उसे भंडारण स्थल न बनाकर खाद्यान्न माफियाओं से साठगांठ कर निजी गोदामों को खरीदी केंद्र बनाया गया है जो खरीदी केंद्रों से पचास से साठ किमी दूर हैं। इन स्थानों पर खाद्यान्न माफिया और व्यापारी यूपी से सरसों खरीदकर भिंड जिले में आसानी ने बेच रहे हैं। खरीदी केंद्र जवासा और मछंड में व्यापारियों द्वारा सरसों बेचने के मामले सामने भी आ चुके हैं।

मिहोना तहसीलदार ने पकड़ी थी 250 बोरी सरसों

पूर्व नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा है कि तहसीलदार मिहोना ने जांच में पाया है कि यूपी के व्यापारियों द्वारा सोसायटियों के बारदाने में भरकर 250 बोरी सरसों बेची गई जो मंडी के बाजार मूल्य से करीब 700 रुपए प्रति क्विंटल अधिक थी। मछंड सोसायटी में 18 अप्रेल को तहसीलदार द्वारा इसे पकड़ा गया. इसके बाद कलेक्टर भिंड ने बगैर किसी जांच के व्यापारियों से साठगांठ कर 2 मई को उसे व्यापारियों के सुपुर्द कर दिया। यह सरसों जिस किसान की बताई गई उसके पास गोदाम भी नहीं है। जिन सर्वे नम्बर पर सरसों का उत्पादन होना बताया गया है उसकी भी जांच नहीं की गई है। खरीदी केंद्र पर रोज 25 क्विंटल से अधिक खरीदी का प्रावधान नहीं होने के बाद भी 125 से 250 बोरी तक सरसों खरीदी केंद्र में क्यों लाई गई? इसकी भी जांच होनी चाहिए। पूर्व नेता प्रतिपक्ष सिंह ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके द्वारा पूर्व में लगाए गए आरोपों की भी जांच की जानी चाहिए।