सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार (6 मई) को संपत्ति कर को लेकर कांग्रेस के घोषणापत्र की आलोचना करने वाले नेताओं को आंखों का इलाज कराने की सलाह दी है।

उन्होंने कहा कि आज अगर कांग्रेस की सरकार होती तो 2023-24 में देश की इकोनॉमी 200 लाख करोड़ के पार पहुंच चुकी होती।

कांग्रेस नेता का ये बयान डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ वेल्थ यानी संपत्ति के पुनर्वितरण और विरासत कर को लेकर कांग्रेस पर हो रहे लगातार हमलों के बीच आया है।

‘जनरेशन ऑफ वेल्थ का मतलब तेज गति से विकास’

मैनिफेस्टो तैयार करने वाली कमेटी के अध्यक्ष चिदंबरम ने कहा कि जो नेता कांग्रेस के मैनिफेस्टो में जनरेशन ऑफ वेल्थ को डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ वेल्थ बता रहे हैं, उन्हें या तो फिर से मिडिल स्कूल की पढ़ाई करनी चाहिए या फिर किसी आंखों के डॉक्टर से मिलना चाहिए।

’10 साल में GDP दोगुनी करना कांग्रेस का लक्ष्य’

पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस अपने घोषणा पत्र के माध्यम से उन नीतियों पर बात करती है जो गुड्स और सर्विसेज के प्रोडक्शन को बढ़ाएगी। साथ ही उन नियमों को भी बदला जाएगा, जो फ्री एंड फेयर ट्रेड को रोकते हैं।

चिदंबरम ने इस बात पर भी जोर दिया कि कांग्रेस ने सत्ता में लौटने पर 10 साल में GDP दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। इससे पहले पिछले हफ्ते चिदंबरम ने कहा था कि पीएम मोदी को कांग्रेस मैनिफेस्टो के वास्तविक मुद्दों पर बहस करनी चाहिए।

​​​​​हिमाचल में बोले चिदंबरम- टॉकिंग पॉइंट बना कांग्रेस का मेनिफेस्टो, BJP को हो रही ईर्ष्या

हिमाचल पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस का मेनिफेस्टो टॉकिंग पॉइंट बना हुआ है। इसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, निर्धन मुस्लिम, गरीब हिंदू व इसाई और गरीबों की बात की गई है। ​​​​​​इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ​BJP को कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर आपत्ति है।