सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : जीएसटी फाइलिंग में कंपनियों को बड़ी राहत मिली है। जीएसटी नेटवर्क (GSTN) ने GSTR-3B रिटर्न के टेबल 3.2 को अप्रैल महीने के रिटर्न से नॉन-एडिटेबल करने की जो योजना बनाई थी, उसे फिलहाल टाल दिया गया है। यह टेबल 3.2 उन रजिस्टर्ड कंपनियों से जुड़ा है, जो अनरजिस्टर्ड सप्लायर्स, कंपोजीशन टैक्सपेयर्स और यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर (UIN) वालों को इंटर-स्टेट सप्लाई करती हैं।
जीएसटी नेटवर्क ने 11 अप्रैल को घोषणा की थी कि अप्रैल महीने की GSTR-3B रिटर्न फाइलिंग में इंटर-स्टेट सप्लाई के आंकड़े ऑटोमेटिकली पॉपुलेट होंगे और टैक्सपेयर्स उन्हें एडिट नहीं कर पाएंगे। लेकिन टैक्सपेयर्स की ओर से इस बदलाव के संबंध में कुछ प्रजेंटेशन मिले, जिनकी जांच अभी जारी है। इसी वजह से फिलहाल इस बदलाव को लागू नहीं किया गया है।
GSTN ने कहा है कि टेबल 3.2 फिलहाल एडिटेबल रहेगा, जिससे टैक्सपेयर्स जरूरत पड़ने पर इसमें संशोधन कर सकेंगे और सही आंकड़े के साथ रिटर्न फाइल कर सकेंगे। यह राहत उन कंपनियों के लिए बड़ी सहूलियत है जो अनरजिस्टर्ड सप्लायर्स और कंपोजीशन टैक्सपेयर्स से इंटर-स्टेट व्यापार करती हैं।
इस निर्णय से व्यापारिक जगत में राहत की भावना बनी है क्योंकि इससे गलती सुधारने का अवसर मिलता रहेगा और टैक्स फाइलिंग में किसी तरह की परेशानी कम होगी। GSTN का यह कदम टैक्सपेयर्स के फीडबैक को ध्यान में रखकर लिया गया है, ताकि फाइलिंग प्रक्रिया अधिक सुचारू और त्रुटि रहित हो सके।
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