सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: अमेरिका के न्यू जर्सी में रहने वाली 33 वर्षीय नर्स क्रिस्टी हैल्पिन ने जो झेला, वह किसी भी महिला के लिए एक गंभीर चेतावनी है. उनके शरीर ने महीनों तक चेतावनी संकेत दिए, लेकिन इनका उन्होंने ध्यान नहीं दिया. नतीजतन, उन्हें स्टेज-4 ब्रेस्ट कैंसर का सामना करना पड़ा, जो उनके दोनों स्तनों से शुरू होकर रीढ़, फेफड़ों और पसलियों तक फैल चुका था.

क्रिस्टी ने बताया कि शुरुआती महीनों में उन्हें अचानक वजन कम होना, थकान, शरीर पर अजीबोगरीब चोट के निशान और पीठ दर्द जैसे लक्षण महसूस हुए. लेकिन उन्होंने इसे अपनी डिलीवरी के बाद शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव और सामान्य लाइफस्टाइल की थकावट समझा. अक्टूबर 2022 में उनके बेटे के जन्म के बाद, वह मानती रहीं कि वजन कम होना ‘सौभाग्य’ है और थकान नवजात की देखभाल का परिणाम है.

सही समय पर लिया निर्णय
मैमोग्राम से संतुष्ट न होने पर, उन्होंने एक ब्रेस्ट कैंसर सर्जन से संपर्क किया. सर्जन ने बायोप्सी कराने का सुझाव दिया. बायोप्सी के पांच दिन बाद, उन्हें पता चला कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर है, जो हड्डियों, फेफड़ों और पसलियों तक फैल चुका है.

इलाज और चेतावनी
क्रिस्टी ने बताया कि उनके डॉक्टरों ने कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी की सिफारिश की, जिससे उनके ट्यूमर को फैलने से रोका जा सके. फिलहाल, उनका इलाज चल रहा है और कैंसर कंट्रोल में है, लेकिन इसे ‘टर्मिनल’ यानी लाइलाज माना जा रहा है.

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