सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ई प्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : उदयपुर के पूर्व राजपरिवार में छिड़ा विवाद अब भी जारी है। विश्वराज सिंह मेवाड़ ने राजतिलक की रस्म के 48 घंटे बाद बुधवार को मेवाड़ के शासक देवता एकलिंगजी के दर्शन किए। इसके बाद हुई शोक भंग की रस्म में उन्हें रंगीन पगड़ी पहनाई गई। इसके बाद विश्वराज सिंह के निवास पर परिवार के शोक भंग की रस्म को निभाई गई।

हालांकि, परंपरानुसार राजतिलक की रस्म के बाद उदयपुर सिटी पैलेस में धूणी स्थल दर्शन को लेकर अब भी सहमति नहीं बन सकी है। सिटी पैलेस के गेट आज भी बंद हैं। किसी भी विवाद से निपटने के लिए सिटी पैलेस के बाहर, समोर बाग के बाहर पुलिस के कड़े सुरक्षा इंतजाम है। सिटी पैलेस के आसपास तो धारा-163 (पहले 144) लागू है। विश्वराज सिंह मेवाड़ ने समर्थकों से कहा- प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि शाम तक धूणी दर्शन कराएंगे।

वहीं, मंगलवार को इस पूरे विवाद पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। विश्वराज सिंह मेवाड़ और लक्ष्यराज सिंह ने एक-दूसरे को सोमवार को हुई हिंसक झड़प के जिम्मेदार बताया। दोनों ने ही सरकार व जिला प्रशासन पर भी आरोप लगाए। लक्ष्यराज ने कहा कि सरकार में बैठे एक व्यक्ति के इशारे पर पूरा विवाद हो रहा है।

शोक भंग की रस्म और मंदिर में प्रवेश से पहले विश्वराज की पगड़ी का रंग सफेद था। मंदिर से निकलने के बाद उसका रंग लाल था।
समोर बाग पैलेस में विश्वराज सिंह मेवाड़ ने उमराव का शोक भंग करवाते हुए उनको रंग दस्तूर के तहत रंगीन पगड़ी प्रदान की।
विश्वराज सिंह के साथ मंदिर में प्रवेश को लेकर उनके समर्थकों को पुलिस के साथ हल्का विवाद हो गया।
एकलिंगजी दर्शन करने से पहले समोर बाग पैलेस में शुरू हुई रस्में। विश्वराज सिंह मेवाड़ ने घोड़ी की पूजा भी की।
एकलिंगजी मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं। विश्वराज सिंह जब दर्शन करेंगे तो मंदिर दर्शन करने वाले आम भक्तों को रोका जाएगा।

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