सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में “गुरु शिष्य परंपरा: वर्तमान परिपेक्ष में” विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। भरत मुनि शोधपीठ के तत्वाधान में द्रोणाचार्य कक्ष में आयोजित विशेष व्याख्यान की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ. के.जी. सुरेश ने की। मुख्य वक्ता श्री वैदिक मिशन ट्रस्ट राजकोट गुजरात के संस्थापक स्वामी धर्मबंधु थे।

Perspective of Swami Dharmabandhu: Education should be learning based rather than failing.
विशेष व्याख्यान की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. सुरेश ने कहा कि गुरु का मार्गदर्शन समाज के निर्माण के लिए बहुत जरुरी है । उन्होंने कहा कि हमें यह देखना होगा कि गुरु की भूमिका क्या है क्या हम उसे निभा पा रहे हैं प्रो. सुरेश ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में गुरु की भूमिका को बहुत महत्व दिया गया है । उन्होंने कहा कि गुरु शिष्य परंपरा में विद्यार्थी के साथ संबंध सिर्फ पढ़ाई तक न रहे बल्कि आजीवन रहना चाहिए । उन्होंने कक्षाओं को आकर्षित बनाने पर जोर दिया । प्रो. सुरेश ने कहा कि वर्तमान युग डिजिटल क्रांति का युग है। हमने जो सूचना से ज्ञान अर्जित किया है, वह हमें विद्यार्थियों को देना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षकों को लगातार अपडेट रहने की जरूरत है। उन्होंने स्वामी धर्मबंधु की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे राष्ट्र कथा करवाते हैं, जिसमें गणितज्ञ, वैज्ञानिकों को बुलाया जाता है एवं राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत की जाती है।