सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भोपाल के सिंधु भवन में सिंधी साहित्य अकादमी द्वारा उपलक्ष में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सिंधी भाषा और साहित्य के प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से राष्ट्रीयता, संस्कृति और सामाजिक मूल्यों को रेखांकित किया।
कवि सम्मेलन की अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार मोहन लाल बलानी ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और राष्ट्रगान के साथ हुआ। इसके बाद प्रमुख अतिथि सतीश रोहिरा ने अपने उद्बोधन में कहा, “सिंधी भाषा हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। इस तरह के आयोजन हमें हमारी परंपराओं और मूल्यों से जोड़े रखते हैं।”
कवियों का उत्कृष्ट काव्य पाठ
सम्मेलन में शामिल हुए कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने देशभक्ति, सामाजिक समरसता और सिंधी संस्कृति पर आधारित कविताएं प्रस्तुत कीं। प्रमुख कवियों में सुरेश लखानी, कमला आहूजा, और नंद किशोर वासवानी शामिल थे। उनकी कविताओं ने न केवल श्रोताओं को भावविभोर किया, बल्कि सिंधी साहित्य की समृद्धि को भी दर्शाया।
सांस्कृतिक प्रस्तुति
कविता पाठ के साथ-साथ कार्यक्रम में सिंधी लोकगीत और नृत्य प्रस्तुत किए गए, जो श्रोताओं के लिए मुख्य आकर्षण रहे। इन प्रस्तुतियों ने सिंधी संस्कृति की झलक प्रदान की और कार्यक्रम को और अधिक जीवंत बना दिया।
कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम का समापन मोहन लाल बलानी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने कहा, “सिंधी भाषा और साहित्य को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के आयोजन बेहद जरूरी हैं। यह आने वाली पीढ़ियों को हमारी समृद्ध विरासत से परिचित कराते हैं।”
इस कवि सम्मेलन ने न केवल साहित्य और संस्कृति प्रेमियों को एक मंच पर लाया, बल्कि अवसर पर राष्ट्रीयता और एकता का संदेश भी प्रसारित किया।
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