सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: ग्वालियर में अब से कुछ देर बाद रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव शुरू होने जा रहा है। मध्यप्रदेश में 6 महीने में ये तीसरा कॉन्क्लेव है। इससे पहले जुलाई में जबलपुर और फरवरी में उज्जैन में कॉन्क्लेव हो चुके हैं। उज्जैन और जबलपुर के मुकाबले ग्वालियर के रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों की दिलचस्पी ज्यादा है। इसकी वजह यह है कि देश के 7 बड़े रोड कॉरिडोर ग्वालियर-चंबल रीजन से होकर या इसके पास से गुजरते हैं।
9 सेक्टर के इंडस्ट्री प्रमुखों ने ग्वालियर-चंबल रीजन में अपने उद्योग लाने की रुचि दिखाई है। कॉन्क्लेव में 28,788 रोजगार देने के लिए रोडमैप बनाया गया है। इसके 24 प्रस्ताव सीएम डॉ. मोहन यादव के सामने पेश किए जाएंगे। मुख्यमंत्री वर्चुअली औद्योगिक इकाइयों का भूमि पूजन कर इन्वेस्टर्स को जमीन भी आवंटित करेंगे।
कॉन्क्लेव में देश के बड़े बिजनेस ग्रुप- अडानी, अंबानी, बाटा के साथ कनाडा, नीदरलैंड, मैक्सिको, कोस्टारिका, टोंगो, जाम्बिया के डेलीगेट्स भी आ रहे हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश की 22 इंडस्ट्रियल यूनिट का वर्चुअल भूमि पूजन और लोकार्पण करेंगे। इनमें 10 यूनिट ग्वालियर-चंबल की हैं।
9 घंटे चलेगा कॉन्क्लेव, 3500 गेस्ट आएंगे
राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कॉन्क्लेव में 3500 देसी-विदेशी अतिथि शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव दोपहर 12:30 बजे कॉन्क्लेव का उद्घाटन करेंगे। दोपहर 2.15 से एक घंटे तक वन-टू-वन चर्चा होगी। सेक्टर वाइज राउंड टेबल चर्चा दोपहर 3 बजे शुरू होकर शाम 5.30 बजे तक चलेगी।
2 रीजनल समिट से ही मिला 1.80 लाख करोड़ का निवेश
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई), मध्यप्रदेश के चेयरमैन आशीष वैश्य ने कहा कि पिछले 6 महीने में रीजनल इन्वेस्ट समिट और हाई लेवल इन्वेस्ट रोड शो के जरिए 1.80 लाख करोड़ की निवेश योजनाएं सामने आ चुकी हैं। ये मध्यप्रदेश की भविष्य की संभावनाओं में निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है। फरवरी 2025 में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हमारे प्रदेश की क्षमताओं और अवसरों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने और वैश्विक निवेश को आकर्षित करने का प्रयास करेगी। उज्जैन और जबलपुर जैसे अपेक्षाकृत अछूते औद्योगिक क्षेत्रों में आयोजित इन सम्मेलनों ने सरकार, औद्योगिक हितधारकों और निवेशकों के बीच संवाद के लिए एक महत्वपूर्ण मंच दिया है। ग्वालियर कॉन्क्लेव में बड़े पैमाने पर औद्योगिक विकास की घोषणाएं होने की उम्मीद है।