सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन का 54 वॉ स्थापना दिवस प्रदेश की सभी जिला इकाईयों द्वारा हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। देश के सबसे बड़े छात्र संगठन, एन.एस.यू.आई के स्थापना दिवस पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय शिवाजी नगर में झण्डावंदन के साथ प्रारंभ हुआ,छात्र छात्राओं ने खुशी का इजहार करते हुए मिस्ठान वितरण किया गया।
एन.एस.यू.आई के प्रदेशाध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर एन.एस.यू.आई.के प्रदेश पदाधिकारियों एवं जिला पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को बधाई एवं शुभकामनाऐं दी और आज का दिन ब़ड़े धूम धाम से मनाने के साथ ही लोकसभा चूनाव हो रहे है और हम युवाओ एवं नये मतदाताओं के बीच जाकर समझाने वाले कि जो आज देश में जो हालात है तमाम युवाओं को किस प्रकार से देश बचाने,लोकतंत्र को जिन्दा रखने के लिए नये मतदाताओं से अपील करेंगे कि चुनाव में वो वोट जरूर करें।
चौकसे ने संगठन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि छात्रों की सशक्त पैरवी करने की दृष्टि से देश की पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनेत्री स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने आज ही के दिन 9 अप्रैल 1970 को छात्रों को लांेकतांत्रिक अधिकार दिये जाने हेतु छात्रों का पूर्ण और राजनैतिक संगठन ’’एन.एस.यू.आई.’’ का गठन किया गया था।
चौकसे ने प्रदेश कार्यालय में छात्र छात्राओं को शपथ दिलाई एवं संगठन के पदाधिकारियों से समर्पण भाव से कार्य कर कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए बेहतर कार्य करने की अपील की।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता श्री विवेक त्रिपाठी ने स्थापना दिवस के अवसर पर छात्र छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि हमारे जीवन में बेरोजगारी एक बहुत बड़ा दंश है और हम सभी को इसके खिलाफ लड़ाई लड़ना है और शिक्षा के व्यवसायीकरण को हमे रोकना है।
म.प्र.कांग्रेस सेवादल के ध्वज प्रभारी मुईनउद्दीन सिद्दीकी ने छात्रों को इण्डावंदन के पूर्व वंदेमातरम एवं राष्ट्रगाण कैसे लय के साथ गाते है और ध्वज की महत्ता के बारे में छात्रों को विस्तार से बताया।
स्थापना दिवस के अवसर पर म.प्र.कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी, अभिनव बरोलिया, कांग्रेस सेवादल के ध्वज प्रभारी मुईनउद्दीन सिद्दीकी ,एन.एस.यू.आई.भोपाल के अक्षय तोमर, आदित्य सोनी, विकास ठाकुर, देव अवस्थी, प्रतीक यादव, गगन सिंह, योगेश सोनी, प्रिंस जोशी, अनिमेश गोड़ली, आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।