सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल/ इंदौर: एक चिंतन शिविर इंदौर में आयोजित किया गया था जिसमें एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अजय सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए थे। उनके विचारों को (डॉ) मंडाविया की इस पुस्तक में शामिल किया गया है। प्रोफेसर सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा था कि चिंतन शिविर समाज के व्यापक हित में विशेष रूप से कमजोर वर्ग के लिए नीति निर्माण हेतु विचारों के आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह सत्र सीखने के लिए सहयोगात्मक अनुभव प्रदान करते हैं जहां प्रशासनिक नीतियों और रोगी देखभाल के विभिन्न पहलुओं पर विचारों का आदान-प्रदान किया जाता है। चिंतन शिविर के द्वारा देश के शीर्ष विचारकों के उपस्थिति से एक अनूठा अनुभव मिलता है।

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के द्वारा नई दिल्ली में किया गया। (डॉ) मंडाविया ने यह पुस्तक पूर्व में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री रहते हुए लिखी थी। जिसमें विभिन्न् राष्ट्रीपय महत्व् के संस्था्नों एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्था।नों के लिए आयोजित चिंतन शिविरों के अनुभवों को साझा किया गया है। इन चिंतन शिविरों का उद्देश्यि था- देश के शीर्ष विचारकों के सुझावों से अगले 5 से 10 वर्षों में निर्धारित लक्ष्योंत को प्राप्तं करने के लिए रोडमैप विकसित करना।