सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भोपाल स्थित मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले तीन दिवसीय भव्य हिन्दी महोत्सव “तूर्यनाद” के 13वें संस्करण तूर्यनाद’24 का शुभारम्भ शुक्रवार शाम को हुआ। इस महोत्सव ने अपनी शुरुआत से ही भाषा, संस्कृति और परंपरा के त्रिवेणी संगम का दर्शन कराया। कार्यक्रम की शुरुआत महामहिम राज्यपाल मंगुभाई पटेल की गरिमामयी उपस्थिति में राष्ट्रगान के साथ हुई।

उसके पश्चात दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना हुई। माननीय राज्यपाल ने विद्यार्थियों को आदर्श नागरिक बनने की सलाह देते हुए कहा "तकनीकी शिक्षा के साथ मातृभूमि और माता पिता के महत्व को भी याद रखें।
भाषा और संस्कृति का भव्य शंखनाद
वाराणसी से आए प्रख्यात शंखवादक रामजनम योगी ने 5 मिनट से अधिक समय तक निरंतर शंखनाद कर, ‘तूर्यनाद’ शब्द के अर्थ को चरितार्थ किया एवं वहाँ उपस्थित सभी गणमान्य जनों और दर्शकों को रोमांचित कर दिया। वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर शंखनाद करने वाले 63 वर्षीय रामजनम योगी के प्रशंसक प्रधानमंत्री मोदी भी रहे हैं। “तूर्यनाद किसी भी तकनीकी संस्थान द्वारा आयोजित सबसे बड़ा हिंदी महोत्सव”
तूर्यनाद समिति की संयोजिका सविता दीक्षित ने हिन्दी के उत्थान के प्रति तूर्यनाद की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए युवाओं को इस महोत्सव से प्रेरणा लेने और अपनी अंतर्निहित क्षमताओं को उजागर करने के लिए प्रेरित किया। मैनिट के निदेशक करुणेश कुमार शुक्ल ने हिन्दी भाषा के महत्व पर जोर देते हुए छात्रों को भारतीय परंपराओं और मूल्यों को बनाए रखने और आगे बढ़ाने का संदेश दिया। उन्होंने अपने उद्बोधन में तूर्यनाद महोत्सव को तकनीकी महाविद्यालयों में आयोजित होने वाला सबसे बड़ा हिन्दी महोत्सव बताया। राज्यपाल ने अपने उद्बोधन में भारत की समृद्ध आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डालते हुए तूर्यनाद द्वारा किए जाने वाले कार्यों की सराहना कर समिति को गौरवान्वित किया।
कार्यक्रम में मैनिट के पूर्व छात्र और पालन सेवा फाउंडेशन के संस्थापक, पराग अग्रवाल भी उपस्थित रहे जो ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा,स्वास्थ्य एवं महिलाओं के स्वावलंबन के लिए कार्यरत हैं। साधो द बैंड की सुरमयी प्रस्तुति से दर्शक हुए मंत्रमुग्ध तूर्यनाद’ 24 के सांस्कृतिक मंच पर साधो द बैंड ने अपनी ऊर्जावान और हृदयस्पर्शी प्रस्तुति से श्रोताओं का दिल जीत लिया। मंच पर आते ही साधो द बैंड ने “पिया घर आयेंगे”, “राम आयेंगे”, “तेरी दीवानी” आदि
गीतों से वातावरण को संगीतमय कर दिया। बैंड ने जैसे ही अपनी धुनें बिखेरीं, मैनिट का पूरा एल.आर.सी.
भवन तालियों से गूंज उठा। दूसरे दिन की प्रतियोगिताओं की झलक रोमांचक मुकाबलों की प्रतीक्षा तूर्यनाद के दूसरे दिन का कार्यक्रम और भी रोमांचक एवं भव्य होगा। लेखन प्रतियोगिता के साथ कार्यक्रम के द्वितीय दिन का शुभारंभ हुआ , जिसमें विभिन्न विद्यालयों के छात्र अपनी लेखन-कला का प्रदर्शन किया । इसके पश्चात छात्र संसद, खिचड़ी प्रतियोगिता का प्रथम चरण, परिधानिका (फैशन शो) और अभिव्यक्ति (नृत्य, गायन एवं मंच प्रदर्शन) प्रतियोगिता का रंगारंग आयोजन हुआ । छात्र संसद प्रतियोगिता में प्रतिभागी संसदीय रूपरेखा में एक विधेयक पर परिचर्चा एवं वाद विवाद करेंगे। परिधानिका का आयोजन एल.आर.सी. भवन में किया गया । अभिव्यक्ति नृत्य एवं गायन प्रतियोगिता के साथ अधिक उत्साह और उमंग से भरपूर होगी।