सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारत का गौरवशाली इतिहास; शौर्य, पराक्रम एवं ज्ञान से समृद्ध रहा है। भारत भूमि सदा से ही वीरांगनाओं और लोकनायिकाओं की वसुधा रही है।
पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर, भारतीय ज्ञान परम्परा की महानायिका एवं सुशासन और लोक कल्याण की प्रतिमूर्ति हैं। उनका जीवन, सम्पूर्ण राष्ट्र के उत्थान के लिए समर्पित रहा है। उनके कालखंड में नैतिक सत्ता विद्यमान थी। सामाजिक समरसता, न्याय और सुरक्षा के मजबूत स्तंभ, उनके कृतित्व की पहचान थी। उनकी लोकसमर्पित दृष्टि, दूरदर्शितापूर्ण नीतियां, कूटनीतिक कौशल, लोककल्याणकारी प्रबंधन और पुरुषार्थ, भारत के गौरवशाली इतिहास को परिलक्षित करते हैं।
आज भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (एनआईटीटीटीआर) के सभागृह में पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर के त्रिशताब्दी जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित “लोकमाता अहिल्यादेवी राष्ट्र पुनरुत्थान की संकल्पना” विषयक दो दिवसीय अखिल भारतीय सम्मेलन का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर कैप्टन मीरा सिद्धार्थ दवे, हेमंत मुक्तिबोध एवं संस्थान के निदेशक चन्द्र चारु त्रिपाठी एवं विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलगुरू सहित विविध शिक्षाविद एवं देश भर से पधारे शोधार्थीगण उपस्थित रहे।
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