सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 33 करोड़ के बंगले को लेकर सियासी घमासान बढ़ता जा रहा है। PWD की रिपोर्ट के खुलासे के बाद, इस मामले ने और भी तूल पकड़ लिया है। रिपोर्ट के अनुसार, केजरीवाल के बंगले में 80 बॉडी सेंसर और रिमोट कंट्रोल वाले पर्दों पर 5.6 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, वहीं बाथरूम की सैनेटरी फिटिंग्स पर 15 करोड़ रुपये का भारी भरकम खर्च किया गया है।
BJP का आरोप:
BJP ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वे खुद को आम आदमी बताते थे, लेकिन असल में राजा-महाराजाओं की तरह ऐशो-आराम में जीवन बिता रहे हैं। भाजपा ने सवाल उठाया है कि जनता के पैसे से इतना महंगा बंगला क्यों बनाया गया और यह शाही ठाठ-बाट किस उद्देश्य से किए गए?
स्वाति मालीवाल का बयान:
दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा, “जब दिल्ली की 40% जनता झुग्गियों में रहती है, तो कोई मुख्यमंत्री ऐसे आलीशान घर में कैसे रह सकता है?”
नई मुख्यमंत्री आतिशी का पलटवार:
वहीं, दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने BJP को करारा जवाब देते हुए कहा, “हम सत्ता में जनता की सेवा के लिए आए हैं, बंगले के लिए नहीं। भाजपा चाहें तो इस बंगले को जिसे चाहे, उसे अलॉट कर दे।”
क्या केजरीवाल ने जनता के पैसे पर शाही ठाठ बिठाए?
इस पूरे विवाद के बाद जनता के बीच यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या सच में केजरीवाल ने जनता के पैसे पर शाही ठाठ-बाट का आनंद लिया। इस मुद्दे पर BJP और AAP के बीच चल रही जुबानी जंग से मामला और भी गरमाता जा रहा है।