सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित एक कार्यक्रम में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बांग्लादेश जैसे हालात की बात करने वालों की तुलना खटमल और मच्छरों से की। उन्होंने कहा कि भारत शेर-शेरनियों का देश है, यहां बांग्लादेश जैसे हालात नहीं हो सकते। यह बयान नगर निगम के घेराव के वक्त पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा द्वारा दिए गए बयान के संदर्भ में आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में भी बांग्लादेश जैसे हालात हो सकते हैं।

विजयवर्गीय ने अपनी बात रखते हुए कहा कि यहां भारत माता की जय के नारे लगते हैं और इतनी बुलंद आवाज के बावजूद कुछ लोग बांग्लादेश जैसे हालात की बात करते हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि खटमल और मच्छरों को कब अकल आएगी, यह पता नहीं।

इस बयान के बाद, पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने विजयवर्गीय पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हम सभी उम्रदराज हो चुके हैं और अब जीवन को बोनस के रूप में जी रहे हैं। उन्होंने विजयवर्गीय को पुराने मित्र बताते हुए कहा कि ‘क्यों बुढापे में मक्खी-मच्छर की बातें करते हो?’ वर्मा ने विजयवर्गीय को नाना पाटेकर की फिल्म ‘क्रांतिवीर’ का डायलॉग भी याद दिलाया, जिसमें कहा गया था कि ‘एक मच्छर आदमी को…’। वर्मा ने यह भी कहा कि भगवान ने हमें मनुष्य योनि में जन्म दिया है, इसलिए हमें पशु योनि में नहीं जाना चाहिए।

मंत्री विजयवर्गीय और पूर्व मंत्री वर्मा के बीच इस बयानबाजी से राजनीतिक तकरार और तेज हो गई है, जिससे प्रदेश की राजनीति में नई चर्चा का माहौल बन गया है।

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इंदौर में मंत्री विजयवर्गीय के खटमल-मच्छरों वाले बयान पर राजनीतिक विवाद, पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने कटाक्ष करते हुए जवाब दिया।