सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एम्स भोपाल में कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के मार्गदर्शन में कुष्ठ रोग पर पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण सतत चिकित्सा शिक्षा (CME) कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में भोपाल के विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों के स्नातकोत्तर छात्रों ने भाग लिया।
इस CME का मुख्य उद्देश्य चिकित्सा संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना था, जिसके तहत अंतर-महाविद्यालयीन शैक्षिक बैठकें आयोजित की गईं, ताकि ज्ञान का आदान-प्रदान और छात्रों के लिए बेहतर सीखने के अवसर सुनिश्चित किए जा सकें। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा घोषित इस वर्ष की थीम है, “एकजुट हों, कार्रवाई करें, समाप्त करें”। यह चिकित्सा समुदाय में एकता, शीघ्र निदान और प्रभावी उपचार के माध्यम से निर्णायक कार्रवाई करने तथा कुष्ठ रोग को समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर बल देती है।
इस अवसर पर, प्रो. सिंह ने कहा, “कुष्ठ रोग केवल एक शारीरिक चुनौती नहीं है, बल्कि समाज में इसके कारण उत्पन्न होने वाली भ्रांतियों और भेदभाव से भी निपटना जरूरी है। हमें इसे एक चिकित्सा चुनौती के रूप में देखना चाहिए और समाज में इसके प्रति जागरूकता और सहानुभूति बढ़ानी चाहिए। यह CME कार्यक्रम उन डॉक्टरों को बेहतर ज्ञान देने के लिए है जो भविष्य में इस बीमारी के उपचार में सहायक साबित होंगे।” यह कार्यक्रम समाज में इस रोग के प्रति संवेदनशीलता और सहानुभूति को बढ़ाने में सहायक साबित होगा। जेरीन मैथ्यूज इस कार्यक्रम की आयोजन अध्यक्ष थीं, और मनीष खंडारे आयोजन सचिव थे।
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