सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (बीएमएचआरसी) में पैरामेडिकल व अन्य कर्मचारियों के लिए आयोजित दो सप्ताही कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन हुआ। दिनांक 25 मार्च से आरंभ हुई इस कार्यशाला में संस्थान के कुल 181 कर्मचारियों ने भाग लिया।
समापन समारोह के मुख्य वक्ता रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ रेस्पिरेटरी मेडिसिन, गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल के सुपरिंटेंडेंट प्रोफेसर एवं पैरामेडिकल संस्थान के प्रभारी निदेशक रतन कुमार वैश्य रहे। उन्होंने कहा कि “मेडिकल प्रोफेशन आज भी एक पवित्र पेशा है, जिसमें सेवा का भाव सर्वोपरि है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम न सिर्फ कर्मचारियों के ज्ञान में वृद्धि करते हैं, बल्कि उनके कार्य को और अधिक प्रभावशाली बनाते हैं।”
इस अवसर पर बीएमएचआरसी की प्रभारी निदेशक मनीषा श्रीवास्तव ने भी कर्मचारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि “किसी भी अस्पताल की सफलता में चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ पैरामेडिकल व अन्य कर्मचारियों की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। प्रशिक्षित कर्मचारी संस्थान के साथ मरीजों और प्रशिक्षु विद्यार्थियों के लिए भी लाभकारी सिद्ध होते हैं।”
कार्यशाला के दौरान कर्मचारियों को मानसिक स्वास्थ्य, स्वास्थ्य संचार कौशल, आपदा प्रबंधन, प्राथमिक उपचार, सायबर सुरक्षा, उपकरणों की स्टरलाईजेशन प्रक्रिया, बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन, बेसिक लाइफ सपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य कर्मचारियों को उनके कार्य क्षेत्र में समयानुकूल कौशल से युक्त करना था, ताकि वे मरीजों की बेहतर सेवा कर सकें और संस्थान की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बना सकें।
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