सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भोपाल स्मारक अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र (बीएमएचआरसी) में सिकल सेल एनीमिया बीमारी के उपचार के लिए अलग ओपीडी शुरू हो गई है। इसके तहत पीड़ित या इस बीमारी के संभावित मरीज सप्ताह में दो दिन मंगलवार और शुक्रवार को सुबह 9 बजे से 4 बजे तक ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग में ओपीडी में परामर्श ले सकते हैं। यहां बीमारी से प्रभावित मरीजों व उनके परिवारों की काउंसलिंग की जाएगी। दवा दी जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर वार्ड में एडमिट भी किया जाएगा।


बीएमएचआरसी की प्रभारी निदेशक और ट्रांसफ्यूजन मैडिसिन विभाग की प्रमुख मनीषा श्रीवास्तव ने बताया कि केंद्र सरकार के सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के अंतर्गत बीएमएचआरसी में इस बीमारी की जांच व उपचार के लिए विशेष सक्षमता केंद्र बनाया गया है। सिकल सेल के मरीजों की पहचान करने व उनके उचित उपचार के लिए ही हमने ओपीडी शुरू की है। यहां विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों को उनकी बीमारी के बारे में परामर्श देंगे। सभी मरीजों के लिए ओपीडी पंजीयन, जांच, काउंसलिंग के साथ संपूर्ण उपचार निशुल्क रहेगा।


मरीजों को दवाएं भी निशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। डॉ श्रीवास्तव ने बताया कि एचपीएलसी प्रक्रिया से होने वाली सिकल सेल की जांच को एकदम सटीक माना जाता है। बीएमएचआरसी में इसी प्रक्रिया से सिकल सेल की स्क्रीनिंग की जा रही है। जल्द ही अस्पताल में जल्द ही जेनेटिक एनलाइजर मशीन भी आने वाली है। इस मशीन से प्राप्त नतीजे के आधार पर मरीज का टारगेटेड थेरेपी के जरिए इलाज हो सकेगा और उसके बीमारी का अच्छी तरह से मैनेजमेंट हो सकेगा।


निदेशक श्रीवास्तव ने बताया कि सिकल सेल रोग की पहचान के लिए भोपाल व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों व जनजाति विद्यार्थी छात्रावासों में शिविर लगाए जा रहे हैं। अब तक ऐसे 3 शिविर आयोजित किए जा चुके हैं।
जनजातीय छात्रावास में सिकल सेल शिविर : बीएमएचआरसी के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग द्वारा भदभदा रोड स्थित जनजातीय बालक छात्रावास में सिकल सेल एनीमिया जांच शिविर लगाया गया। कैंप में 79 छात्रों के सैंपल लिए गए, जिनकी जांच अब बीएमएचआरसी के सिकल सेल सक्षमता शिविर में की जाएगी। जांच के आधार पर सिकल सेल से पीड़ित पाए जाने वाले या इसके वाहक मरीजों का उपचार किया जाएगा और उनकी काउंसलिंग की जाएगी।

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