सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ई प्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एम्स भोपाल के पैथोलॉजी विभाग ने हाल ही में एम्स जोधपुर में आयोजित राष्ट्रीय साइटोलॉजी सम्मेलन में अपनी उत्कृष्ट उपलब्धियों से संस्थान का नाम रोशन किया है।
विभाग के स्नातकोत्तर छात्रों और शिक्षकों ने विभिन्न कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी की और अपनी शैक्षणिक श्रेष्ठता का प्रदर्शन किया। छात्रों द्वारा प्रस्तुत यह शोध कार्य, पैथोलॉजी के विभागाध्यक्ष वैशाली वाल्के एवं हेमलता पंवर और जयकुमार चौरसिया के मार्गदर्शन में किया गया। विभाग की जूनियर रेजिडेंट सुरम्या जैन ने पोस्टर प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल किया, जबकि सिद्धार्थ गर्ग दूसरे स्थान पर रहे।
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर अजय सिंह ने छात्रों और शिक्षकों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई देते हुए कहा, “राष्ट्रीय साइटोलॉजी सम्मेलन में हमारे स्नातकोत्तर छात्रों और शिक्षकों की उपलब्धियां एम्स भोपाल की शैक्षणिक और अनुसंधान उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। मैं पैथोलॉजी विभाग के प्रयासों की सराहना करता हूं और उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।”
इन उपलब्धियों ने विभाग की अनुसंधान और शैक्षणिक उत्कृष्टता को प्रदर्शित किया। सम्मेलन में विभाग के शिक्षकों का भी उल्लेखनीय योगदान रहा। उज्जवल खुराना और जयकुमार चौरसिया ने मौखिक प्रस्तुतियां दीं और अपने शोध और विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। इसके साथ ही, उन्हें पोस्टर और प्रिफर्ड पेपर प्रेजेंटेशन के लिए जज के रूप में आमंत्रित किया गया, जो शैक्षणिक समुदाय में उनकी प्रतिष्ठा को दर्शाता है। इस उपलब्धि के साथ ही एम्स भोपाल को 2025 के लिए राष्ट्रीय साइटोटेक्नोलॉजिस्ट परीक्षा केंद्र के रूप में चुना गया है। यह उपलब्धि संस्थान के बढ़ते महत्व को दर्शाती है। इसके अलावा, पैथोलॉजी विभाग ने 2027 में राष्ट्रीय साइटोलॉजी सम्मेलन की मेजबानी के लिए गवर्निंग बॉडी की बैठक में स्वीकृति प्राप्त की है, जो इस क्षेत्र के सबसे प्रतिष्ठित आयोजनों में से एक है।
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