सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: आपातकालीन अवस्था में लिया गया एक सही निर्णय व्यक्ति को नया जीवन दे सकता है: ये बातें एम्स के कार्यपालक प्रो. अजय सिंह ने पैरामेडिकल स्टॉफ के लिए नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट कोर्स के उद्घाटन अवसर पर कहीं। प्रो. सिंह ने कहा कि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में सबसे पहले कोशिश करें कि मरीज को अधिकतम आरामदायक स्थिति में लायें। दुर्घटना स्थशल से अस्पोताल तक पहुँचने का समय सबसे महत्व पूर्ण होता है। इस दौरान अगर सही तरीके से मरीज का प्रबंधन किया जाए तो उसका जीवन बचाया जा सकता है।
इस अवसर पर विश्व। स्वस्थ संगठन सहयोग केंद्र के निदेशक एवं एम्स नई दिल्ली इमरजेंसी सेंटर के प्रो. संजीव भोई ने कहा कि देश में हर 4 मिनट में एक्सीडेंट से एक जान चली जाती है ऐसे में पैरामेडिक की भूमिका बहुत अहम होती है और एक प्रशिक्षित पैरामेडिक स्टॉफ इमरजेंसी में मरीज को प्राथमिक इलाज देकर उसके जीवन की रक्षा कर सकता है। प्रो. भोई ने बताया कि देश भर में ऐसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिससे एक कुशल और प्रशिक्षित कार्यबल तैयार हो सके जो इमरजेंसी की स्थिति में मरीज का बेहतर तरीके से प्रबंधन करे और मरीज के अस्पताल पहुँचने से पहले उसकी उपयुक्त देखभाल कर असामाजिक मृत्यु से बचा सके।
इससे पूर्व ट्रॉमा एवं इमरजेंसी विभाग के प्रमुख डॉ यूनुस ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एम्स के अतिरिक्त मध्य प्रदेश के अन्य स्वस्थ केंद्रों के 24 पैरामेडिक्सो भाग ले रहे हैं जो आगे चलकर अपने-अपने क्षेत्र में जाकर अन्यक पैरामेडिक्सै को प्रशिक्षित करेंगे।