सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के मार्गदर्शन में क्लिनिकल एपिडेमियोलॉजी यूनिट (CEU) ने “सिस्टमेटिक रिव्यू और मेटा-एनालिसिस” पर एक 12 सप्ताह का पाठ्यक्रम शुरू किया। पाठ्यक्रम का उद्देश्य संकाय सदस्यों के शोध कौशल को बढ़ाना है। इस दौरान, प्रो. सिंह ने महत्वपूर्ण शोध प्रश्न की पहचान करने के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “शोध का भविष्य अधिकांशत: प्रारंभिक जिज्ञासा की दिशा पर निर्भर करता है। सही प्रश्न की पहचान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।” उन्होंने विभिन्न अध्ययनों के सांख्यिकीय पूलिंग में जटिलताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इसे प्राप्त करने के लिए महामारी विज्ञान अध्ययन डिज़ाइन की ठोस समझ आवश्यक है। प्रो. सिंह ने आशा व्यक्त की कि ये सत्र प्रतिभागियों की सिस्टमेटिक रिव्यू और मेटा-एनालिसिस के परिणामों का समीक्षात्मक मूल्यांकन और व्याख्या करने की क्षमता को बढ़ाएंगे।
यह पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को स्वास्थ्य देखभाल और शोध में सिस्टमेटिक रिव्यू और मेटा-एनालिसिस की विधियों और अनुप्रयोगों की ठोस समझ से लैस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस पाठ्यक्रम में शोध प्रश्नों का निर्माण, प्रभावी साहित्य खोज रणनीतियों डिज़ाइन करने, प्रासंगिक अध्ययनों का चयन करने, डेटा निष्कर्षण, गुणवत्ता मूल्यांकन और मेटा-एनालिसिस के लिए सांख्यिकीय विश्लेषण शामिल है।
डीन (एकेडमिक) प्रोफेसर राजनीश जोशी ने बताया कि पहले बैच के लिए 40 संकाय सदस्यों का चयन किया गया है, जो चार महीने के अनुप्रयोग-आधारित प्रशिक्षण के लिए हाइब्रिड ऑफ़लाइन और ऑनलाइन मोड के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। पाठ्यक्रम के समन्वयक प्रोफेसर गिरीश भट्ट और प्रोफेसर अभिनव सिंह होंगे।
एम्स भोपाल अपने संकाय के बीच शोध क्षमताओं को बढ़ाने और वैज्ञानिक अनुसंधान की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल परिणाम सुनिश्चित होते हैं |
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