सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स भोपाल और टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी (टीआईजीएस), बेंगलूरु के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौता ज्ञापन पर एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर अजय सिंह जबकि टीआईजीएस के निदेशक राकेश मिश्रा ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर प्रोफेसर सिंह ने कहा कि आज हमें बीमारियों का पर्यावरण से संबंध तलाशना होगा। साथ ही पर्यावरण डीएनए को किस प्रकार प्रभावित करता है और हम इसे कैसे रोक सकते हैं इसको भी तलाशने कीआवश्यकता है। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि क्या पर्यावरण जेनेटिक्स को बदल रहा है ? ऐसे कई अनसुलझे रहस्य हैं जिनको अभी सुलझाना होगा। आज सबसे बड़ी आवश्यकता यह सोचने की है कि हम समाज को क्या दे सकते हैं । उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस समझौता ज्ञापन के द्वारा एम्स के विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों को एक्सचेंज प्रोग्राम के द्वारा काफी लाभ पहुंचेगा। वहीं टीआईजीएस के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा कि टीआईजीएस मानव स्वास्थ्य और कृषि में व्याप्त चुनौतियों का समाधान विकसित करने के अलावा संक्रामक रोगों को रोकने के लिए विज्ञान आधारित समाधानों का उपयोग कर दुर्लभ अनुवांशिक विकारों के लिए सस्ता और गुणवत्ता पूर्ण निदान और उपचार उपलब्ध कराने का प्रयास कर स्वास्थ्य समानता को बढ़ावा देता है।
अत्याधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी को अपनाकर टीआईजीएस देश की सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए प्रयत्नशील है। इस अवसर पर टीआईजीएस के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त एम्स भोपाल के वरिष्ठ अधिकारी एवं संकाय सदस्य उपस्थित थे।