सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के मार्गदर्शन में संस्थान ने गंभीर तीव्र कुपोषण (SAM) से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। शिशु रोग विभाग के अंतर्गत एक उत्कृष्टता केंद्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) स्थापित किया गया है, जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-मध्य प्रदेश (NHM-MP) और यूनिसेफ के सहयोग से तीव्र कुपोषण (SAM) मामलों, विशेष रूप से गैर-प्रतिक्रियाशील और गंभीर रूप से बीमार बच्चों के लिए उन्नत चिकित्सा सहायता प्रदान करेगा। एम्स भोपाल के गंभीर तीव्र कुपोषण उन्नत रेफरल और उपचार (SMART) यूनिट में गंभीर मामलों का उपचार किया जा रहा है। यह उत्कृष्टता केंद्र उच्च-स्तरीय तकनीकी सहायता प्रदान करने, अनुसंधान को बढ़ावा देने और तीव्र कुपोषण (SAM) प्रबंधन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए समर्पित है।
इस दिशा में, राज्य सरकार ने पोषण पुनर्वास केंद्र (NRCs) में कार्यरत फीडिंग डिमॉन्स्ट्रेटर्स और एएनएम/स्टाफ नर्सों के लिए दो दिवसीय डिवीजनल-स्तरीय आवासीय F-SAM प्रशिक्षण का आयोजन किया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के उपचार और प्रबंधन को बेहतर बनाना था। प्रशिक्षण के प्रतिभागियों ने एम्स भोपाल में उत्कृष्टता केंद्र का दौरा किया, जहां उन्हें कुपोषण प्रबंधन की व्यावहारिक शिक्षा दी गई। उन्होंने आहार तैयारी, मानवमिति आकलन और भर्ती बच्चों में खतरनाक लक्षणों की पहचान पर सत्रों में भाग लिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने प्रारंभिक हस्तक्षेप कक्ष और परामर्श कक्ष का भी अवलोकन किया और SAM प्रबंधन के लिए उपलब्ध संसाधनों की जानकारी प्राप्त की।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में फीडिंग डिमॉन्स्ट्रेटर्स, स्टाफ नर्स/एएनएम के साथ-साथ प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिनमें डॉ. नीरा चौधरी (संयुक्त निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं, भोपाल डिवीजन), डॉ. शोभा खोत (सेवानिवृत्त शिशु रोग विशेषज्ञ), सुरेश कुमार और श्रीमती राजकुमार चौहान शामिल थें। डॉ. भावना ढींगरा (उत्कृष्टता केंद्र की नोडल अधिकारी और एम्स भोपाल के शिशु रोग विभाग की प्रोफेसर) ने कुपोषण की शीघ्र पहचान, संगठित उपचार प्रोटोकॉल के अनुपालन और नियमित फॉलो-अप की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रो. सिंह ने इस पहल के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना गंभीर तीव्र कुपोषण के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है। अत्याधुनिक सुविधाओं और विशेषज्ञता के साथ, हमारा उद्देश्य गंभीर रूप से बीमार बच्चों को संपूर्ण देखभाल प्रदान करना, स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करना और सरकार के कुपोषण उन्मूलन मिशन का समर्थन करना है। अनुसंधान, प्रशिक्षण और उन्नत उपचार के माध्यम से, हम सबसे कमजोर बच्चों के जीवन को बचाने और उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
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