सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एम्स भोपाल में कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के मार्गदर्शन में भारत सरकार की महत्त्वाकांक्षी पहल ‘राष्ट्रीय कर्मयोगी जन सेवा कार्यक्रम’ के अंतर्गत कर्मचारियों को सेवाभाव और नागरिक-प्रथम सोच से प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य केंद्र सरकार के कर्मचारियों के दृष्टिकोण में सकारात्मक परिवर्तन लाकर सार्वजनिक सेवा में उत्तरदायित्व, संवेदनशीलता और सेवाभाव को सुदृढ़ करना है।


यह कार्यक्रम अब अपने दूसरे चरण में पहुँच चुका है, जिसके अंतर्गत एम्स भोपाल के संकाय सदस्यों, नर्सिंग स्टाफ एवं प्रशासनिक विभाग से जुड़े 55 से 60 प्रतिभागियों को दो बैचों में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इस चरण में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रतिभागी भविष्य में संस्थान के अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेंगे, जिससे यह भावना संस्थान में व्यापक रूप से प्रसारित हो सकेगी। इस अवसर पर प्रो. अजय सिंह ने कहा, “राष्ट्रीय कर्मयोगी जन सेवा कार्यक्रम जैसे प्रयास सार्वजनिक संस्थानों की कार्यप्रणाली को नया दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।
जब कर्मचारी सेवाभाव से कार्य करते हैं और नागरिकों को केंद्र में रखकर सेवा प्रदान करते हैं, तब शासन प्रणाली अधिक उत्तरदायी एवं प्रभावी बनती है। यदि इन पहलों के प्रभावों का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन किया जाए, तो इनकी उपयोगिता और अधिक बढ़ सकती है।” उपनिदेशक (प्रशासन) कर्नल अजीत कुमार ने भी सरकार द्वारा शुरू की गई इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम सरकारी सेवा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रमुख मेंटर जयलक्ष्मी सेनगुप्ता हैं, जबकि राजकुमार पाटिल, मयंक दीक्षित एवं संदीप हुलके लीड ट्रेनर की भूमिका में प्रशिक्षण सत्रों का संचालन कर रहे हैं।

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