सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के नेतृत्व में संस्थान ने ब्रेन-डेड ऑर्गन ट्रांसप्लांट कार्यक्रम स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके तहत संस्थान ने अपने फैकल्टी और स्टाफ के लिए एक संरचित शोक परामर्श पहल की शुरुवात की है। यह पहल ब्रेन-डेड दाताओं का प्रबंधन करने, शोकग्रस्त परिवारों का सहयोग करने में आने वाली भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक चुनौतियों को समझने और उन्हें संभालने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शोक परामर्श सत्र एक विशेषज्ञ टीम के द्वारा आयोजित किया गया। इस टीम में प्रत्यारोपण सर्जन, एनेस्थीसियोलॉजिस्ट, प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक और शोक प्रबंधन के विशेषज्ञ परामर्शदाता शामिल थे।
निदेशक सिंह ने इस पहल के महत्व को समझाते हुए कहा, “ब्रेन-डेड ऑर्गन ट्रांसप्लांट कार्यक्रम एम्स भोपाल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह कई जीवन बचा सकता है, लेकिन इसमें भावनात्मक चुनौतियों को समझना जरूरी है। ये सत्र हमारी टीम को संवेदनशीलता और पेशेवर तरीके से इन स्थितियों को संभालने के लिए तैयार करते हैं।”
इस कार्यक्रम में विजेंद्र सिंह, सुनैना,निदेशक सुरेंद्र, केतन और मनोवैज्ञानिक मोहित कुमार ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इस सत्र का उद्देश्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को शोकग्रस्त परिवारों से सहानुभूतिपूर्ण तरीके से बात करने और तनावपूर्ण परिस्थितियों में शांति बनाए रखने के लिए तैयार करना था। इन सत्रों में रोल-प्ले, केस चर्चा और आत्म-देखभाल की तकनीकों पर आधारित कार्यशालाएं आयोजित की गई। इनका उद्देश्य प्रतिभागियों को ब्रेन-डेड डोनर पहल से जुड़ी जटिलताओं को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए आवश्यक व्यावहारिक कौशल प्रदान करना था।

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