सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह ने अयोध्या में आयोजित 10वीं वर्ल्ड कांग्रेस ऑन क्रोनोमेडिसिन में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
इस सम्मेलन में दुनिया भर के विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया, जहां क्रोनोमेडिसिन—जो कि जैविक लय और दवाओं के पारस्परिक प्रभाव का अध्ययन करने वाला विज्ञान है—को स्वास्थ्य देखभाल में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए एक प्रभावी उपकरण के रूप में चर्चा की गई। अपने उद्घाटन भाषण में निदेशक सिंह ने स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक कुशल और प्रभावी बनाने में क्रोनोमेडिसिन की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
उन्होंने इसे भारत के यूनिवर्सल वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल करने को कहा, ताकि वैक्सीन कार्यक्रमों को जैविक लय के साथ समन्वयित किया जा सके। निदेशक सिंह ने विशेष रूप से पुरानी रोगों और कैंसर में इम्यूनोमॉड्युलेटर के प्रशासन में क्रोनोमेडिसिन के समावेश पर भी जोर दिया।
निदेशक सिंह ने क्रोनोमेडिसिन को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के साथ जोड़ने का भी सुझाव दिया, ताकि इसका इस्तेमाल रोकथाम आधारित चिकित्सा और बीमारियों के प्रारंभिक निदान के लिए किया जा सकें। इसके अलावा, उन्होंने प्रधानमंत्री के ‘टीबी मुक्त भारत’ और ‘एनीमिया मुक्त भारत’ जैसे प्रमुख राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की दक्षता बढ़ाने में क्रोनोमेडिसिन की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जैविक लय के आधार पर तैयार किए गए इंटरवेंशन्स इन योजनाओं को और प्रभावी बना सकते हैं। निदेशक सिंह ने क्रोनोमेडिसिन जैसे उभरते क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने के लिए 10वीं वर्ल्ड कांग्रेस ऑन क्रोनोमेडिसिन सम्मेलन की सराहना की, जो जीव विज्ञान, चिकित्सा और प्रौद्योगिकी के बीच एक सेतु का काम करता है।

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