सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ई प्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स भोपाल के एनेस्थीसिया विभाग ने कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के नेतृत्व में एनेस्थीसिया अनुसंधान के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सराहना प्राप्त की है।
हाल ही में संपन्न इंडियन सोसाइटी ऑफ एनेस्थीसियोलॉजिस्ट्स के सेंट्रल जोन सम्मेलन में विभाग के कई सदस्यों को उत्कृष्ट अनुसंधान के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जो रोगी देखभाल में सुधार के लिए एम्स भोपाल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रो. सिंह ने कहा, “ये उपलब्धियां हमारी एनेस्थीसिया टीम की प्रतिबद्धता, नवाचार और उत्कृष्टता का प्रमाण हैं। इन उपलब्धियों ने न केवल विभाग की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है, बल्कि रोगी देखभाल के उच्च मानकों को स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह सम्मान हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है कि हम नए मानदंड स्थापित कर रहे है और चिकित्सा जगत में उत्कृष्टता की ओर बढ़ रहे है।”
ज़ैनब अहमद, अतिरिक्त प्रोफेसर, को शिशु एनेस्थीसिया में वॉल्यूम आकलन पर अपने शोध के लिए बेस्ट फैकल्टी पेपर (लेट) प्रो. ए.के. गुरवारा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह शोध बच्चों की सुरक्षा बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान है। सहायक प्रोफेसर शिखा जैन को कठिन शिशु एयरवे प्रबंधन पर किए गए अध्ययन के लिए बेस्ट फैकल्टी पोस्टर अवार्ड प्रदान किया गया, जिससे एनेस्थीसिया के इस चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में नई दिशा मिल रही है। विभाग के दो स्नातकोत्तर छात्रों को भी उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सराहा गया। निदेशक श्रीलक्ष्मी ने बेस्ट ई-पोस्टर और एमएस सचान ने बेस्ट पोस्टर पुरस्कार प्राप्त किया, जिसमें सहजता से जुड़े मामलों का पुनर्जीवन शामिल है। निदेशक सचान को शिशु शल्य चिकित्सा में जटिलताओं को कम करने पर किए गए शोध के लिए सेकंड बेस्ट पेपर अवार्ड भी मिला। इसके अलावा, उज्ज्वल गुप्ता को स्तन कैंसर रोगियों के ऑपरेशन के दौरान चिंता कम करने के तरीकों पर किए गए अध्ययन के लिए सेकंड बेस्ट पोस्टर अवार्ड प्रदान किया गया।
सहायक प्रोफेसर अशुतोष कौशल को अनिल अग्रवाल बेस्ट रिसर्चर ऑफ द ईयर अवार्ड 2024,’ ‘प्रो. पीके सिंह यंग एनेस्थेसियोलॉजिस्ट अवार्ड 2023,’ और केपीआर यंग एनेस्थेसियोलॉजिस्ट अवार्ड 2023’ मिला। नई दिल्ली में आयोजित मेडिकल रिसर्च समिट में उन्हें ‘ब्लैकबक राइजिंग रिसर्चर अवार्ड 2024’ से भी सम्मानित किया गया, जो चिकित्सा अनुसंधान में उत्कृष्टता का प्रतीक है। इन पुरस्कारों के साथ ही, संकाय सदस्यों को रु. 11,000 की नकद राशि और रेसिडेंट्स डॉक्टर को रु. 2,100 की नकद राशि से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रो. अजय सिंह ने विभागाध्यक्ष वैशाली वाइंडेसकर और पूरी एनेस्थीसिया टीम को उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण के लिए बधाई दी।