सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भाषा,संस्कृति, साहित्य और कला के लिए वैश्विक स्तर पर अद्भुत ख्याति अर्जित करने वाले  ‘विश्व रंग’ महोत्सव के छटवें संस्करण का आयोजन 7 से 9 अगस्त 2024 तक विश्व हिंदी सचिवालय (मॉरीशस) और रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय (भारत) के संयुक्त तत्वावधान में मॉरीशस में आयोजित होगा।

विश्व रंग अंतरराष्ट्रीय आयोजन समिति की ऑनलाइन बैठक में ‘विश्व रंग–2024’ की घोषणा करते हुए श्री संतोष चौबे, निदेशक, विश्व रंग एवं कुलाधिपति, रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने बताया कि टैगोर अंतरराष्ट्रीय हिंदी केन्द्र (भारत), टैगोर विश्व कला एवं संस्कृति केन्द्र (भारत), महात्मा गांधी, संस्थान (मॉरीशस),  रबीन्द्रनाथ टैगोर संस्थान (मॉरीशस), हिंदी स्पीकिंग यूनियन (मॉरीशस), हिंदी प्रचारिणी सभा, (मॉरीशस), महर्षि दयानंद सरस्वती संस्थान (मॉरीशस), विश्व रंग सचिवालय (भारत) और वनमाली सृजन पीठ (भारत) के सहयोग से विश्व रंग–2024 का आयोजन होगा।

रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय परिसर में ‘टैगोर अंतरराष्ट्रीय हिंदी केन्द्र’ की स्थापना की गई है। इसके अंतर्गत हिंदी शिक्षण पाठ्यक्रम का निर्माण कर विभिन्न देशों को इससे जोड़ा जा रहा है। इस बार विश्व रंग भाषा शिक्षण के विभिन्न पहलुओं पर वैश्विक विमर्श के नये द्वार खोलेगा। भाषा शिक्षण के साथ ही विश्व रंग में साहित्य, कला, संस्कृति  विशेष आकषर्ण के केन्द्र होंगे। भाषा और साहित्य के सत्रों तथा सांस्कृतिक सत्रों में भारत सहित विभिन्न देशों तथा मॉरीशस के भाषाविदों, रचनाकारों और कलाकारों द्वारा रचनात्मक भागीदारी की जाएगी। भाषा शिक्षण के प्रचार–प्रसार और वैश्विक विस्तार के लिए अनुकरणीय कार्य करनेवाले विभिन्न देशों के विशेषज्ञों को विश्व रंग–2024 सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।

डॉ. जवाहर कर्नावट, निदेशक, टैगोर हिंदी अंतरराष्ट्रीय केन्द्र ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि विश्व रंग में विभिन्न देशों के प्रवासी भारतीय रचनाकारों की ग्यारह पुस्तकों का लोकार्पण किया जाएगा। इस अवसर पर ‘विश्व में हिंदी’ नामक पुस्तक का लोकार्पण किया जाएगा। इसमें विश्व के 65 से अधिक देशों में हिंदी की स्थिति का आकलन किया गया है।

टैगोर विश्व कला एवं संस्कृति के निदेशक विनय उपाध्याय ने अंतरराष्ट्रीय बैठक का संचालन करते हुए विश्व रंग के पूर्व रंग, मंगलाचरण, लोक कला संस्कृति के विभिन्न पक्षों पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए कहा कि विश्व रंग 2024 भाषा, संस्कृति, साहित्य और कला के लिए वैश्विक फलक तैयार करने में सार्थक सिद्ध होगा।

इस अवसर पर विश्व रंग 2024 के पोस्टर का लोकार्पण  विश्व रंग के स्वप्नदृष्टा संतोष चौबे, जवाहर कर्नावट, निदेशक, टैगोर अंतरराष्ट्रीय हिंदी केन्द्र व सलाहकार, प्रवासी भारतीय साहित्य एवं संस्कृति शोध केन्द्र, विनय उपाध्याय, निदेशक, टैगोर विश्व कला एवं संस्कृति केन्द्र एवं संजय सिंह राठौर, सचिव, विश्व रंग सचिवालय, विकास अवस्थी, आईसेक्ट द्वारा किया गया। विभिन्न देशों के कंट्री कॉआर्डिनेटर ने इस अवसर पर रचनात्मक भागीदारी की।