सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ई प्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एनआईटीटीटीआर भोपाल में ‘बिरसा मुंडा जयंती’ की पूर्व संध्या पर जनजातीय समुदाय के योगदान पर विजय मनोहर तिवारी, पूर्व सूचना आयुक्त मध्य प्रदेश का व्याख्यान आयोजित किया।
अपने व्याख्यान में निदेशक तिवारी ने निदेशक बिरसा मुंडाके कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिरसा मुंडा एक महान आदिवासी नेता और समाज सुधारक थे। बिरसा मुंडा ने अपने 25 वर्ष के अल्प जीवन में अपने समुदाय के लिए अनेक योगदान दिए।
उनके योगदान में आदिवासी अधिकारों की लड़ाई, धर्म परिवर्तन का विरोध, शिक्षा और साक्षरता, महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और बाल विवाह का विरोध, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग और अपने समुदाय के लिए राजनीतिक अधिकारों की लड़ाई लड़ी एवं ईसाई मिशनरियों द्वारा आदिवासियों के धर्म परिवर्तन का विरोध किया और अपने समुदाय की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं की रक्षा आदि शामिल हैं।
बिरसा मुंडा का जन्म 1872 में झारखंड के रांची जिले में हुआ मृत्यु 1901 में हुई थी, लेकिन उनका योगदान आज भी आदिवासी समुदाय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। आज आपसे स्वतंत्रता आंदोलन के सेनानियों की लिस्ट बनाने को कहा जाये तो शायद आप 10-15 नाम से अधिक नहीं लिख पाएंगे जबकि इस आंदोलन में लाखों लोगों ने शहादत दी हैं। उन्होंने बिरसा मुंडा से प्रभावित स्वाध्याय परिवार के योगदान पर भी प्रकाश डाला कि उनके एक आव्हान पर लाखो लोग एकत्र हो जाते हैं।
निदेशक सी. सी. त्रिपाठी ने त्रिपाठी ने कहा कि कितना अद्भुत होगा उनका व्यक्तित्व की जिस उम्र में युवा ठीक से जीवन और दुनिया को समझ भी नहीं पाते उस उम्र में बिरसा मुंडा ने देश और समाज को संगठित कर आंदोलन में शामिल कर लिया था। बिरसा मुंडा के प्रेरक व्यक्तित्व एवं उनके कार्यों के बारे में जानकारी सभी को होना जरुरी है। आज की युवा पीढी को स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े उन शहीदों की भी जानकारी होना चाहिए जो शायद इतिहास के पन्नो में नहीं दिखते हैं। हमारा इतिहास बहुत समृद्ध एवं गौरवपूर्ण रहा हैं हम उसे पहचाने और उस पर गर्व करे।
कार्यक्रम के समापन पर पी.के. पुरोहित ने कहा कि समाज को अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहिए अन्यथा वह कहीं का नहीं रहेगा। संस्थान के निदेशक ने महान नायक बिरसा मुंडा के जीवन पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने का निर्णय लिया है जिसे देश भर के संस्थानों में प्रदर्शित करने लिए भेजा जाएगा। कार्यक्रम के संयोजक रवि गुप्ता थे तथा संचालन रचना गुप्ता ने किया। कार्यक्रम में संस्थान में कार्य करने वाले जनजातीय समाज के अधिकारियों/कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।
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