सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को पुणे में एक चुनावी रैली के दौरान भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के 400 सीटों का नारा संविधान को बदलने के इरादे से था, और इसे रोकने के लिए I.N.D.I. गठबंधन बनाया गया। पवार ने बताया कि गठबंधन का उद्देश्य भाजपा को 400 सीटें पाने से रोकना था, जिससे संविधान को बचाया जा सके।
उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन के प्रस्ताव को लेकर भी सवाल उठाए। पवार ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रस्ताव को मंजूरी तो दे दी, लेकिन महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव जम्मू-कश्मीर के साथ नहीं कराए गए। इससे यह साफ होता है कि सरकार जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
पवार के भाषण की मुख्य बातें
- भाजपा के 400 पार के नारे पर: पवार ने कहा कि मोदी सरकार के मंत्री और भाजपा नेताओं ने 400 सीटों का नारा इस उद्देश्य से दिया था ताकि वे संविधान को बदल सकें। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार का संविधान को नष्ट करने का इरादा था, जो कि एक खतरनाक कदम हो सकता था।
- गांधी परिवार पर मोदी के निशाने पर: शरद पवार ने पीएम मोदी के गांधी परिवार पर बार-बार निशाना साधने को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मोदी को जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की आलोचना करने के बजाय उनकी सराहना करनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने देश के लिए अपनी जान तक न्यौछावर की।
- महाराष्ट्र की राजनीति: पवार ने महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य की सरकार विकास की जगह नशीली दवाओं के व्यापार को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने अजीत पवार गुट के नेताओं पर भी आरोप लगाए, जो हाल ही में पुणे पोर्श केस में आरोपी का समर्थन करते नजर आए थे।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव और मौजूदा राजनीतिक स्थिति
महाराष्ट्र में इस समय भाजपा-शिवसेना (शिंदे गुट) की सरकार है, जिसका कार्यकाल नवंबर 2024 में समाप्त हो रहा है। राज्य की 288 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने की संभावना है। पिछली बार, मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना (उद्धव गुट) के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद महाविकास अघाड़ी गठबंधन के तहत उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे।
2022 में, एकनाथ शिंदे ने भाजपा के समर्थन से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और शिवसेना दो गुटों में बंट गई – शिंदे गुट और उद्धव गुट।
लोकसभा चुनाव में भाजपा को झटका
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने महाराष्ट्र में केवल 9 सीटें जीती थीं, जबकि शिवसेना (शिंदे गुट) को 7 सीटें मिलीं और NCP ने एक सीट जीती।