सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग की ओर से तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका विषय – “इन्हेंस योर स्किल एंड इनर पॉवर विथ अंडरस्टैंडिंग द सेल्फ” था। इसमें डीन फैकल्टी ऑफ एजुकेशन डॉ. नीलम सिंह ने उद्बोधन सत्र में कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की एवं उसके उद्देश्य पर प्रकाश डाला।

कार्यशाला के प्रथम दिवस पर मुख्य वक्ता के रूप में बीयू के सतत शिक्षा विभाग के एचओडी हेमंत खंडाई उपस्थित रहे। उन्होंने स्वयं को पहचानने और आंतरिक कौशल को निखारने की बारीकियों को बताया। एसजीएसयू के वाइस चांसलर अजय भूषण ने सभी विद्यार्थियों से कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से आप सभी को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। फैकल्टी ऑफ साइंस के डीन डॉ. सतेन्द्र खरे ने कहा कि दूसरों की अपेक्षा पहले हमें स्वयं को पहचानना आवश्यक है। डॉ. व्ही.के. गुप्ता ने स्किल को बढ़ाने के रोचक तथ्य प्रस्तुत किए। कार्यशाला के आयोजन हेतु एसजीएसयू के रजिस्ट्रार डॉ. सितेश सिन्हा ने बधाई दी।

वर्कशॉप के दूसरे दिन मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. सरोज जैन प्राचार्य विक्टोरिया कॉलेज ऑफ एजुकेशन शामिल हुईं। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि आप अपने स्वयं की क्षमता को पहचानकर अपना लक्ष्य निर्धारित करें तो सफलता आपको अवश्य मिलेगी। रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन की प्रोफेसर डॉ. रतनमाला आर्य ने अपने वक्तव्य में इंफॉर्मेशन और नॉलेज को बढ़ाने की बात की। और कहा कि नॉलेज लॉजिकल हो एवं बच्चों में क्रिटिकल थिंकिंग एबिलिटी डेवलप करने की आवश्यकता है। एसजीएसयू में बैंकिंग फाइनेंस एंड कॉमर्स के डीन नितिन मोढ़ ने अपने अंदर की स्किल को पहचानकर निखारने की आवश्यकता पर बल दिया।

तीसरे एवं अंतिम दिन मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. मोहिनी बिल्लोरे शामिल हुईं। संगीता खरे ने एक्सप्लोरिंग सेल्फ आईडेंटिटि पर अपनी प्रस्तुति एक्टिविटी के साथ दी। साथ ही अनुष्का तिवारी, अनीता सिंह एवं अन्य फैकल्टी मेंबर्स ने भी अपनी प्रस्तुति दी और एक्टिविटी भी कराई। विजेताओं को प्राइज डिस्ट्रीब्यूट किए गए। अंत में सभी सहभागियों को रजिस्ट्रार सितेश सिन्हा एसजीएसयू द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।