सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर श्री विजयपुरम कर दिया। गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यह जानकारी दी। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुलामी के प्रतीकों से मुक्ति के संकल्प के तहत यह फैसला लिया गया है।
शाह का बयान:
गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा, “‘श्री विजयपुरम’ नाम हमारे स्वतंत्रता संघर्ष और अंडमान और निकोबार द्वीपों के योगदान को दर्शाता है। इस द्वीप का देश की स्वाधीनता और इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रहा है, जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने सबसे पहले तिरंगा फहराया था और जहां वीर सावरकर ने सेलुलर जेल में कई साल बिताए थे।”
पहले भी बदले गए नाम:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जनवरी 2023 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 द्वीपों का नाम परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर रखने का फैसला किया था। इससे पहले, 2018 में हैवलॉक द्वीप का नाम बदलकर स्वराज द्वीप, नील द्वीप का नाम शहीद द्वीप और रॉस द्वीप का नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप किया गया था।
मोदी का 2018 दौरा:
प्रधानमंत्री मोदी ने 2018 में पोर्ट ब्लेयर का दौरा किया था और नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा तिरंगा फहराने की 75वीं वर्षगांठ पर मरीना पार्क में तिरंगा फहराया था। उन्होंने वहां नेताजी को श्रद्धांजलि देते हुए लोगों से मोबाइल की फ्लैश लाइट जलवाने की अपील की थी।
नेताजी का ऐतिहासिक योगदान:
पोर्ट ब्लेयर वह स्थान है, जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजादी से पहले पहली बार तिरंगा फहराया था। यहां की सेलुलर जेल में वीर सावरकर समेत कई स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की आजादी के लिए संघर्ष करते हुए अपनी सजा काटी थी।