सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क – आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इंदौर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सोमवार को इंदौर में आयोजित अभ्यास मंडल की व्याख्यानमाला को संबोधित करते हुए भाजपा और कांग्रेस की पूर्व नीतियों पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनावों में संविधान बदलने की बात कही, जो उनके लिए आत्मघाती साबित हुआ। वहीं, 1990 के दशक में कांग्रेस ने भी खुद को धर्मनिरपेक्ष राज्य कहने में शर्म महसूस की थी, लेकिन जनता ने इन दोनों पार्टियों को सबक सिखाया।

खेड़ा ने कहा कि देश में अब ऐसा माहौल बना दिया गया है कि दो समुदायों के बीच संवाद की जगह विवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। जो घटनाएं समुदायों के बीच हो रही हैं, उन्हें सामान्य बताया जा रहा है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि संविधान को रोजाना पढ़ना चाहिए, क्योंकि यही एकमात्र जरिया है, जिससे आम आदमी को बांटने वाली ताकतों से बचाया जा सकता है।

जातिगत जनगणना की आवश्यकता पर जोर

पवन खेड़ा ने सामाजिक न्याय के लिए जातिगत जनगणना को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना से समाज जातियों में नहीं बंटेगा, बल्कि यह आर्थिक और सामाजिक पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। राहुल गांधी भी कई दिनों से इस जनगणना की मांग कर रहे हैं।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर भाजपा की चुप्पी पर सवाल

उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए पूछा कि सीएए के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति सुधरने का दावा करने वाली भाजपा अब वहां हो रहे अत्याचारों पर चुप क्यों है? कांग्रेस बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों का विरोध कर रही है, लेकिन भाजपा की इस मुद्दे पर चुप्पी समझ से परे है।

इस कार्यक्रम में कई प्रमुख कांग्रेस नेता भी मौजूद रहे, जिनमें सज्जन सिंह वर्मा, कृपा शंकर शुक्ला, सुरजीत चड्ढा, राजेश चौकसे, केके मिश्रा, शोभा ओझा, अभय दुबे, और डॉ. निशा दुबे शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मनीषा गौर ने किया और आभार श्यामसुंदर यादव ने व्यक्त किया।