सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को 2 दिन के पोलैंड दौरे पर पहुंचे। उनका यहां जोरदार स्वागत किया गया। इसके बाद वे नवानगर के जाम साहब दिग्विजय सिंहजी रणजीत सिंहजी जडेजा के स्मारक पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके बाद PM मोदी ने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। PM मोदी ने कहा कि बीते एक हफ्ते से भारतीय मीडिया में आप ही लोग छाए हुए हैं। 45 साल बाद कोई भारतीय PM पहली बार पोलैंड आया है। कुछ अच्छे काम मेरे नसीब में ही लिखे हैं।
PM मोदी ने कहा कि उनसे पहले इतने लंबे वक्त तक कोई भारतीय PM यहां नहीं आया। पहले की सरकारों की नीति रहती थी कि दूरी बनाए रखो। हमारी नीति यह है कि हमें सभी देशों से नजदीकी बनाए रखनी है।
PM ने जामनगर के जाम साहब का भी जिक्र किया। PM ने कहा कि कुछ दिन पहले मैं वर्तमान जाम साहब से मिलने गया था। उनके कमरे में पोलैंड की तस्वीर आज भी है। हमारे जाम साहब को पोलैंड में हर कोई गुड महाराजा के नाम से जानता है। सेकेंड वर्ल्ड वॉर के दौरान जब पोलैंड मुश्किलों से घिरा हुआ था, तब जाम साहब दिग्विजय सिंह जी ने पोलिश लोगों की मदद की।
PM टस्क से मिलेंगे मोदी, राष्ट्रपति से भी करेंगे मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी आज गुरुवार को पोलिश प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क से मुलाकात करेंगे। इस दौरान दोनों के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी होगी। इसके बाद PM मोदी राष्ट्रपति आंद्रेज सेबेस्टियन डूडा से मिलेंगे। अगले साल पोलैंड यूरोपियन यूनियन काउंसिल का अध्यक्ष बनने वाला है। ऐसे में राजनीतिक नजरिए से भी पोलैंड के साथ अच्छे संबंध भारत के लिए जरूरी हैं।
संबोधन के पहले PM मोदी ने वॉरसा में नवानगर में जाम साहब को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद मोंटे कैसिनो स्मारक और कोल्हापुर परिवार के स्मारक पर भी श्रद्धांजलि दी। मोंटे कैसिनो स्मारक द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1944 में मोंटे कैसिनों की लड़ाई में द्वितीय पोलिश कोर के सैनिकों की जीत की याद में बनाया गया था।
द्वितीय कोर ने नाजी जर्मन सेना के खिलाफ पहाड़ी और उस पर स्थित मठ पर विजय प्राप्त की थी। इस लड़ाई में 900 से अधिक पोलिश सैनिक मारे गए थे।
7 पॉइंट्स में जानिए PM मोदी के संबोधन की खास बातें
भारत भगवान बुद्ध की विरासत की भूमि है। इसलिए, भारत शांति का हिमायती है। भारत का मानना है कि यह युद्ध का युग नहीं है। भारत युद्ध के हल के लिए संवाद और कूटनीति में भरोसा रखता है।
आज का भारत सभी के विकास की बात करता है। आज का भारत सभी के साथ है और सभी के हितों के बारे में सोचता है।
कोविड के समय भारत ने दुनिया के 150 देशों को दवाएं भेजीं, दुनिया में कहीं भी आपदा आती है तब भारत का एक ही मंत्र रहता है- ह्यूमैनिटी फर्स्ट। दुनिया में कहीं भी युद्ध हो, भारत का एक ही मंत्र है- ह्यूमैनिटी फर्स्ट।
हमने पूरे विश्व को एक परिवार माना है और यह आज के भारत की नीतियों और निर्णयों में दिखाई देता है।
केवल भारत ही है जो विकसित राष्ट्र और नेट जीरो राष्ट्र दोनों संकल्पों को एक साथ लेकर आगे बढ़ रहा है।
नैसकॉम का अनुमान है कि भारत अपने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण इस दशक के अंत तक एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
भारत जाम साहब यूथ एक्सचेंज प्रोगाम शुरू करने जा रहा है। इसके तहत भारत 20 पोलिश युवाओं को हर साल भारत आने के लिए आमंत्रित करेगा।