सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग द्वारा “अपाचुनिटीज एंड चैलेंजेस बिफोर वूमेन जर्नलिस्ट” विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। स्वामी विवेकानन्द सभागार में आयोजित व्याख्यान की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. के.जी. सुरेश ने की, जबकि मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता आईआईएमसी में प्रोफेसर डॉ. संगीता प्रणवेंद्र थीं। अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के प्रो. सुरेश ने महिला पत्रकारों की चुनौतियों के विभिन्न उदाहरण देते हुए कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में नाम कमा रही हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय में मीडिया की छात्राओं से कहा कि वे आजादी के साथ पत्रकारिता करें। प्रो. सुरेश ने कहा कि पत्रकारिता में महिलाएं अपने कमिटमेंट की वजह से आगे बढ़ेंगी। उन्होंने विद्यार्थियों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ ही प्रैक्टिकल नॉलेज लेने को भी कहा। उन्होंने कहा कि इसके लिए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के एमसीयू टीवी दर्शन स्टुडियो एवं रेडियो कर्मवीर में जाना चाहिए।
भारतीय जनसंचार संस्थान नई दिल्ली की प्रोफेसर डॉ. संगीता प्रणवेंद्र ने कहा कि स्टूडियो में जो दिखता है, वह असली दुनिया नहीं है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता करते वक्त खबर करना मकसद होना चाहिए, न की खबर बनना। उन्होंने कहा कि महिलाओं को पत्रकारिता में रहना है तो, शेर की तरह रहना होगा। उन्होंने फील्ड में आने वाली चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि वर्तमान समय में महिला पत्रकारों की ट्रोलिंग ज्यादा हो रही है। प्रो. संगीता ने कहा कि पारिवारिक जिम्मेदारियां और काम का वर्कलोड महिला पत्रकारों के लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता वह पेशा है, जिसको लोग बहुत उम्मीद से देखते हैं और पत्रकारों से बहुत उम्मीद करते हैं। पत्रकार हर खबर को समग्र दृष्टि से देखने की बात करते हुए उन्होंने जेंडर बैलेंस पर भी अपने विचार व्यक्त किए। विशेष व्याख्यान का संचालन छात्रा गीतांजलि ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन डॉ. गरिमा पटेल द्वारा किया गया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग द्वारा आयोजित विशेष व्याख्यान में विभाग के प्राध्यापक राहुल खड़िया, मुकेश चौरासे, डॉ. मनोज पटेल, डॉ. रामदीन त्यागी, प्रियंका सोनकर, डॉ. अरुण खोबरे, अतिथि विद्वान एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।