सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार (5 सितंबर) को मणिपुर की स्थिति पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि मणिपुर में हालात बेहद कठिन हैं और स्थानीय लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। इस चुनौतीपूर्ण माहौल में भी संघ के कार्यकर्ता कुकी और मैतेई समुदायों के बीच शांति बहाल करने की कोशिश में जुटे हैं।
संघ के कार्यकर्ता डटे हुए हैं भागवत ने कहा कि मणिपुर में संघ के कार्यकर्ता सुरक्षा की गारंटी न होने के बावजूद वहां डटे हुए हैं। वे जनजीवन सामान्य करने, गुस्सा कम करने और राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने पुणे में शंकर दिनकर काने की 100वीं जयंती के अवसर पर कहा कि संघ के कार्यकर्ता न तो वहां से भागे हैं और न ही हाथ पर हाथ रखकर बैठे हैं।
NGO स्थिति को पूरी तरह नहीं संभाल सकते भागवत ने कहा कि मणिपुर की स्थिति को NGO पूरी तरह से नहीं संभाल सकते। संघ सभी पक्षों से बातचीत कर रहा है और लोगों का विश्वास जीतने में सफल रहा है। उन्होंने कहा कि संघ का काम वर्षों से मणिपुर में चल रहा है, जिससे स्थानीय लोग उन पर भरोसा करते हैं।
भारत के सपने को पूरा करने में दो पीढ़ियां लगेंगी भागवत ने कहा कि भारत को लेकर जो सपना देखा गया है, उसे पूरा करने में दो और पीढ़ियां लगेंगी। इस रास्ते में कई बाधाओं का सामना करना पड़ेगा, लेकिन हमें इन चुनौतियों से पार पाते हुए आगे बढ़ना है।
भागवत ने अंत में कहा कि किसी को भगवान बनने का ऐलान खुद नहीं करना चाहिए, बल्कि लोगों को उनके कर्मों से इसका फैसला करने देना चाहिए।