सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मणिपुर सरकार ने शुक्रवार को राज्य के 5 जिलों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया है। हालांकि, मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध 15 सितंबर तक जारी रहेगा। 10 सितंबर को राज्य में बढ़ती हिंसा के बाद सरकार ने 5 दिनों के लिए इंटरनेट पर बैन लगाया था।
सितंबर की शुरुआत में कुकी उग्रवादियों द्वारा मैतेई इलाकों में ड्रोन और रॉकेट हमले किए गए थे, जिसमें 2 लोगों की मौत और 10 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इसके बाद मैतेई समुदाय के छात्रों ने इंफाल में राजभवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और पत्थरबाजी की। छात्रों ने केंद्रीय बलों पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए उन्हें राज्य छोड़ने की मांग की और राज्य में सुरक्षा की कमान मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को सौंपने की अपील की।
ताजा घटनाएं:
1 सितंबर को पहली बार राज्य में ड्रोन से हमला किया गया, जिसमें 2 लोगों की मौत और 9 लोग घायल हुए। इसके बाद 3 और 6 सितंबर को भी ड्रोन और रॉकेट हमले हुए, जिसमें कई लोग घायल और 1 बुजुर्ग की मौत हुई।
CRPF की दो और बटालियन तैनात:
केंद्र सरकार ने मणिपुर में CRPF की दो और बटालियन तैनात करने का फैसला किया है। राज्य में पहले से ही 16 बटालियन मौजूद हैं। अब कुल 18 बटालियन मणिपुर में तैनात होंगी।
मणिपुर हिंसा में अब तक 226 लोगों की मौत:
3 मई से जारी मणिपुर हिंसा में अब तक 226 लोगों की जान जा चुकी है और 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। 65 हजार से अधिक लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है।
मणिपुर हिंसा का कारण:
मैतेई समुदाय को जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के चलते नगा और कुकी जनजातियों के बीच विवाद की स्थिति बनी हुई है। नगा और कुकी समुदाय मैतेई को ST वर्ग में शामिल किए जाने का विरोध कर रहे हैं, जिससे राज्य में तनाव और हिंसा का माहौल बना हुआ है।