सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पोषित ‘वन स्टॉप सेंटर’ और ‘सखी निवास’ इंदौर में महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। घरेलू हिंसा, उत्पीड़न और अन्य सामाजिक चुनौतियों का सामना कर रही महिलाओं को यहां एक ही छत के नीचे आश्रय, चिकित्सा, कानूनी व पुलिस सहायता और परामर्श मिल रहा है। वर्ष 2016 से संचालित इंदौर के वन स्टॉप सेंटर में अब तक 15,683 मामलों का सफल समाधान किया गया है।
वहीं, अप्रैल 2024 में पलासिया क्षेत्र में 100 बेड का ‘सखी निवास’ (वर्किंग वुमन हॉस्टल) शुरू किया गया है, जिसमें सिंगल, डबल और डॉरमेट्री विकल्पों सहित सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। ₹8.29 करोड़ की लागत से बने इस होस्टल में विभिन्न पेशेवर क्षेत्रों में कार्यरत महिलाएं रह रही हैं।
इंदौर जिले को ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ में सर्वाधिक लाभान्वित महिलाओं के लिए राष्ट्रीय सम्मान भी मिल चुका है। ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के अंतर्गत जन्म लिंगानुपात में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, जो 849 से बढ़कर 996 तक पहुंच गया है।
आज दिल्ली से आए राष्ट्रीय मीडिया दल ने इन योजनाओं का अवलोकन किया और सराहना की। महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त संचालक डॉ. संध्या व्यास ने मीडिया को इन पहलों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। साथ ही, ‘भिक्षावृत्ति उन्मूलन अभियान’ पर भी प्रस्तुति दी गई।
#महिला_सशक्तिकरण #सखी_निवास #वन_स्टॉप_सेंटर #इंदौर_समाचार #महिला_सुरक्षा #सरकारी_योजना #बाल_विकास #बेटी_बचाओ_बेटी_पढ़ाओ