सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भारतीय जनता पार्टी की मुंबई ईकाई के अध्यक्ष आशीष शेलार ने रविवार (11 अगस्त) को बताया कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी देवेन्द्र फडणवीस को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। राज्य में सहयोगी दलों के साथ सीट शेयरिंग और टिकट के बंटवारे पर पार्टी की तरफ से फडणवीस फैसला लेंगे।
शेलार ने कहा है कि इस फैसले को लेकर मुंबई में कोर कमेटी की एक बैठक भी हुई है। बैठक में शेलार ने सहयोगी दलों के साथ सीट शेयरिंग की प्लानिंग और जीत के फॉर्मूले को अंतिम रूप दिया गया है। इस संबंध में फडणवीस को पूरा अधिकार दिया गया है।
बीजेपी नेता ने कहा पार्टी शेयरिंग के बाद पार्टी जल्द ही उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है। बैठक में चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों पर भी चर्चा की गई। बैठक में पार्टी पर्यवेक्षक और केन्द्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, पीयूष गोयल और राष्ट्रीय सचिव विनोद तावड़े भी शामिल हुए।
लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली सिर्फ 9 सीटें
2019 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 104 सीटें जीतीं थी। बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन में मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की वाली एनसीपी शामिल है।
लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र की 48 सीटों में बीजेपी सिर्फ 9 सीटें जीत सकी थी। गठबंधन की सहयोगी NCP ने एक सीट जीती। शिवसेना (शिंदे गुट) को 7 सीटों पर जीत मिली।
नवंबर 2024 को बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) सरकार का कार्यकाल खत्म होगा
महाराष्ट्र में इस वक्त बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) की सरकार है। इसका कार्यकाल 8 नवंबर 2024 को खत्म हो रहा है। अक्टूबर 2024 में चुनाव हो सकते हैं। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 2019 में चुनाव हुए थे। बीजेपी 106 विधायकों के साथ राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनी।
मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना और बीजेपी गठबंधन में बात नहीं बन पाई। 56 विधायकों वाली शिवसेना ने 44 विधायकों वाली कांग्रेस और 53 विधायकों वाली NCP के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी बनाकर सरकार बनाई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने।
मई 2022 महाराष्ट्र सरकार में नगर विकास मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने 39 विधायकों के साथ बगावत कर दी। वह बीजेपी के साथ मिल गए। 30 जून 2022 को एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।
इसके साथ ही शिवसेना पार्टी दो गुटों में बंट गई। एक धड़ा शिंदे गुट और दूसरा उद्धव गुट का बना। 17 फरवरी, 2023 को चुनाव आयोग ने आदेश दिया कि पार्टी का नाम ‘शिवसेना’ और पार्टी का चुनाव चिह्न ‘धनुष और तीर’ एकनाथ शिंदे गुट के पास रहेगा।