सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार को हुई भगदड़ के बाद आज भीड़ कम है। मेले में आने-जाने के रास्ते अलग कर दिए गए हैं। प्रयागराज शहर में गाड़ियों की एंट्री पर रोक है। मेला क्षेत्र को पूरी तरह से नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया है। यानी यहां किसी भी गाड़ी की एंट्री नहीं होगी। इसके अलावा, VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं। यह नियम 4 फरवरी तक लागू रहेंगे।

अखिलेश यादव ने कहा कि मैं पीड़ितों से मिलने नहीं जाऊंगा। अगर मैं मिलने गया तो भाजपा राजनीति करने का आरोप लगा देगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- जांच के लिए आयोग का गठन किया गया है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।

DGP प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह मेला क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे हैं। वह उस जगह पर मौजूद हैं, जहां 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर भगदड़ मची थी।

आज दोपहर 12 बजे तक 1.15 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। मौनी अमावस्या पर मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात को भगदड़ मच गई थी। हादसे में 35 से 40 मौतें हो गईं। सरकार की ओर से अब तक 30 मौतों की पुष्टि की गई है। वहीं, 60 घायल हुए हैं।

इधर, सरकार ने 2019 में कुंभ में तैनात रहे दो अफसरों- IAS आशीष गोयल और भानु गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज बुलाया है, ताकि व्यवस्थाएं और बेहतर की जा सकें।

वहीं, सुप्रीम कोर्ट में भगदड़ को लेकर जनहित याचिका दायर की गई। इसमें यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट और जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की मांग की गई है। कहा गया है कि धार्मिक आयोजनों में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस व्यवस्था बनाई जाए।

महाकुंभ का आज 18वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक 27.58 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। कल मौनी अमावस्या (29 जनवरी) पर करीब आठ करोड़ लोगों ने स्नान किया था।

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