सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर की घटना के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल का शनिवार को 8वां दिन है।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी आज सुबह 6 बजे से कल सुबह 6 बजे, यानी 24 घंटे के लिए बंद की घोषणा की है।

IMA ने कहा- 24 घंटे के दौरान सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सभी कामकाज बंद है।

9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ऑन ड्यूटी पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर का रेप और हत्या की गई थी।

14 अगस्त की देर रात इसी अस्पताल में हिंसा हुई। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकीलों ने CJI चंद्रचूड़ से एक्शन लेने की अपील की है।

जोधपुर में रेजिडेंट डॉक्टरों ने इमरजेंसी और ICU में भी काम करना बंद कर दिया है। सिर्फ सीनियर डॉक्टर्स इमरजेंसी सेवाएं देख रहे हैं।

भोपाल में रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। कल तक सरकारी अस्पतालों में ओपीडी बंद थी। आज से निजी अस्पताल के डॉक्टर भी हड़ताल कर रहे हैं।

चेन्नई में राजीव गांधी गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल और मद्रास मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स शनिवार सुबह से नारेबाजी कर रहे हैं।

अहमदाबाद में रिजेडेंट डॉक्टरों ने मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए प्ले कार्ड लेकर नारे लगाए।

हड़ताल का देशभर में असर

  1. राजस्थान में जोधपुर में सबसे ज्यादा प्रदर्शन, 200 ऑपरेशन टाले गए

राजस्थान के जोधपुर में शनिवार को रेजिडेंट डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से एमडीएम हॉस्पिटल, एम्स, महात्मा गांधी हॉस्पिटल और उम्मेद हॉस्पिटल में प्लान किए गए करीब 200 ऑपरेशन को टाल दिया गया है। हॉस्पिटल में भर्ती व इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की जिम्मेदारी सीनियर डॉक्टर्स पर आ गई है।

  1. मध्य प्रदेश में सैकड़ों रेजिडेंट डॉक्टरों ने काम बंद किया

भोपाल में एम्स सहित मध्य प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में सैकड़ों रेजिडेंट डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया। इससे राज्यभर में मेडिकल सेवाओं पर असर देखने को मिला। कई अस्पतालों में मरीजों को बिना इलाज के छोड़ दिया गया। ओपीडी और ओटी सेवाएं ठप हैं। सिर्फ इमरजेंसी और ICU चालू रखा गया है।

  1. कर्नाटक में सरकारी डॉक्टरों की छुट्टियां सस्पेंड

IMA की हड़ताल को लेकर कर्नाटक सरकार ने सरकारी अस्पतालों के चिकित्सा अधिकारियों और सर्जनों की छुट्टियां सस्पेंड कर दीं। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं प्रभावित न होनी चाहिए, जिससे लोगों को परेशानी हो।

  1. दिल्ली में 5 दिन में 1 लाख से ज्यादा मरीजों को नहीं मिला इलाज

दिल्ली में सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर की हड़ताल को 5 दिन हो गए हैं। हड़ताल के चलते दिल्ली में रोजाना करीब एक लाख से अधिक मरीजों को उपचार के बिना अस्पतालों से लौटना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, डॉक्टरों की काम रोको हड़ताल के चलते रोजाना लगभग 250 से 300 सर्जरी भी नहीं हो पा रही हैं।