सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को हुए ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस में CBI ने ताला पुलिस स्टेशन पर सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। CBI ने सियालदह कोर्ट में बुधवार को बताया कि पुलिस ने आरोपी संजय रॉय के कपड़े और सामान जब्त करने में दो दिन की देरी की, जिससे मजबूत सबूत जुटाए जा सकते थे।

घोष और मंडल की 30 सितंबर तक CBI हिरासत
CBI ने इस मामले में सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अभिजीत मंडल को गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने दोनों की हिरासत 30 सितंबर तक बढ़ा दी है। 30 सितंबर को घोष और मंडल से नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट की सहमति ली जाएगी।

घोष ने घटना के अगले दिन दिया था रेनोवेशन का आदेश
CBI की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि घटना के अगले ही दिन संदीप घोष ने सेमिनार हॉल से जुड़े कमरों के रेनोवेशन का आदेश दिया था, जिससे संदेह पैदा हुआ है कि यह कदम सबूत मिटाने के लिए उठाया गया हो सकता है।

वित्तीय गड़बड़ियों से जुड़े नए खुलासे
CBI की जांच में मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं का भी खुलासा हुआ है। संदीप घोष पर भ्रष्टाचार का नेटवर्क चलाने और कई टेंडर्स में धांधली करने का आरोप है। उनके गार्ड की पत्नी की कंपनी को कैंटीन का ठेका मिला, और नॉन-रिफंडेबल कॉशन मनी भी लौटा दी गई थी।

घोष ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए दिया था इस्तीफा
रेप-मर्डर की घटना के तीन दिन बाद संदीप घोष ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए प्रिंसिपल पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन उन्हें CBI ने वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था।