सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: कोलकाता। पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टर 10 अगस्त से जारी अपनी हड़ताल समाप्त कर रहे हैं। वे आज साल्ट लेक स्थित स्वास्थ्य भवन के बाहर धरना समाप्त करेंगे और स्वास्थ्य भवन से सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित CBI ऑफिस तक मार्च करेंगे।
जूनियर डॉक्टरों ने 19 सितंबर की देर रात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि वे 21 सितंबर से काम पर लौटेंगे। वे आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के बाद पिछले 41 दिनों से हड़ताल पर थे।
डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हड़ताल आंशिक रूप से जारी रहेगी, और वे इमरजेंसी तथा जरूरी सेवाएं देंगे। हालांकि, OPD और कोल्ड ऑपरेटिंग थिएटरों का कामकाज अभी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि न्याय की लड़ाई खत्म नहीं हुई है, और यदि सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए, तो वे फिर से हड़ताल करेंगे।
डॉक्टरों ने अपनी कुछ मांगों को पूरा करने की मांग की, जिसमें राज्य के हेल्थ सेक्रेटरी एनएस निगम को हटाना शामिल है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में डॉक्टरों के साथ बैठक में उनकी कुछ मांगों को स्वीकार किया था, जिससे तनाव कम हुआ है।
पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल ने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का पंजीकरण रद्द कर दिया है, जबकि नए पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने हाल में अस्पताल का दौरा किया।
जूनियर डॉक्टरों का यह प्रदर्शन और उनकी मांगें, राज्य में चिकित्सा सेवाओं की स्थिति को लेकर गहरे सवाल उठाते हैं।