सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क– इंटीग्रेटेड ट्रेड– न्यूज़ भोपाल: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत ना मिलने पर 150 से अधिक वकीलों ने भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) डी वाई चंद्रचूड़ को एक ज्ञापन भेजकर न्यायिक प्रक्रिया पर गहरी चिंता जताई है। वकीलों ने दावा किया है कि इस मामले में सुनवाई कर रहे जज जमानत पर अंतिम निर्णय नहीं ले रहे और बार-बार तारीखें बढ़ा रहे हैं।
ज्ञापन में वकीलों ने कहा है कि जस्टिस सुधीर कुमार जैन को इस मामले की सुनवाई से खुद को अलग करना चाहिए था, क्योंकि उनके भाई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के वकील हैं। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि जमानत पर रोक लगाने वाले जज द्वारा दिए गए आदेश ने न्यायिक समुदाय में भारी चिंता पैदा कर दी है।
पीटीआई के सूत्रों के अनुसार, वकील अनुराग जैन कथित आबकारी नीति घोटाले से संबंधित मामलों को नहीं देख रहे हैं। ज्ञापन पर 157 वकीलों ने हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें आम आदमी पार्टी (AAP) के विधि प्रकोष्ठ के प्रमुख वकील संजीव नासियार भी शामिल हैं।
इस मामले को हाईकोर्ट द्वारा तत्काल सूचीबद्ध कर सुनवाई करने और जमानत पर रोक लगाने के फैसले पर वकीलों ने कहा, “भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में ऐसा कभी नहीं देखा गया है।”
जमानत आदेश पर रोक के खिलाफ यह ज्ञापन बेहद महत्वपूर्ण है और कानूनी बिरादरी में व्यापक चर्चा का विषय बन गया है।