सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बी.आर. गवई ने न्यायिक अधिकारियों के सम्मेलन में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जजों को हमेशा न्यायिक आचरण के उच्च मानदंडों का पालन करना चाहिए और राजनीति से दूर रहना चाहिए। जस्टिस गवई का मानना है कि किसी भी नेता या राजनेता की प्रशंसा करने से न्यायपालिका में लोगों का भरोसा कम हो सकता है।

राजनेताओं की प्रशंसा पर जताई चिंता: जस्टिस गवई ने यह भी कहा कि किसी जज का चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा देना, उसकी निष्पक्षता पर सवाल खड़ा कर सकता है। उन्होंने न्यायपालिका में हो रही धीमी प्रक्रियाओं और लंबी मुकदमेबाजी पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। उनका मानना है कि न्याय में देरी से जनता का सिस्टम से मोहभंग हो सकता है, जो एक गंभीर मुद्दा है।

लाइव स्ट्रीमिंग को बताया सकारात्मक कदम: जस्टिस गवई ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और लाइव स्ट्रीमिंग को एक सकारात्मक कदम बताया, जिससे न्याय प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ी है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रणाली को नियंत्रित करने के लिए गाइडलाइन्स की आवश्यकता है, ताकि इसका सही तरीके से उपयोग किया जा सके।

न्याय प्रणाली की निष्पक्षता पर सवाल: इस पूरे मामले में यह सवाल उठ रहा है कि क्या जजों की निष्पक्षता पर हो रहे सवालों से न्याय प्रणाली खतरे में है। क्या राजनीति में घुसपैठ से न्यायिक प्रक्रिया पर असर पड़ सकता है?